रामलला की पहली आरती के लिए जोधपुर से 108 रथों पर आएगा घी, जानें क्या है इसका रावण से कनेक्शन
Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है. साल 2024 में रामलला मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होंगे. रामलला की पहली आरती करने के लिए रावण के ससुराल से 108 रथों पर 600 किलोग्राम घी लाया जाएगा.
Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में रामलला के भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है. अगले साल यानी 2024 में पीएम मोदी रामलला को गर्भगृह में विराजित करेंगे. गर्भगृह में राम लाल के विराजमान होने के बाद पहली आरती रावण के ससुराल से 108 रथों पर आने वाले देसी घी से की जाएगी. जोधपुर को रावण का ससुराल माना जाता है जहां से राम लला की आरती के लिए 108 रथ से 600 किलोग्राम घी लाया जाएगा.
2014 से एकत्र किया जा रहा है घी
राम लला की पहली आरती के लिए बनाड़ रोड स्थित गौशाला में साल 2014 से गाय के घी को एकत्र किया जा रहा है. गौशाला के संचालक संदीपन बताते हैं कि साल 2014 में 60 गाय को ट्रक में भरकर काटने के लिए ले जाया जा रहा था जिन्हें मुक्त कराकर स्थानीय गौशाला में देने की कोशिश की गई थी लेकिन सभी ने इनकार कर दिया था. इसके बाद उन्होंने यह प्रण लिया कि सभी गायों को वह खुद ही पालेंगे जिसके लिए उन्होंने राम गौशाला बनवाई. इसके बार संदीपन ने यह संकल्प लिया कि गौशाला से जितना भी धी निकलेगा उसे रामलला के विराजमान होने के बाद पहली बार आरती और यज्ञ के लिए भेजा जाएगा.
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संदीपन बताते हैं कि फिलहाल उनके गौशाला में गायों की संख्या 350 हैं. उन्होंने कहा कि घी खराब नहीं हो इसके लिए हर तीन साल में एक बार हरिद्वार से लाए दए 5 जड़ी-बूटी को डालकर उबाला जाता है ऐसा करने से ये घी 9 साल से भी खराब नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि जोधपुर से 27 नवंबर को 108 रथ के माध्यम से 600 किलो घी अयोध्या भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि जोधपुर से अयोध्या की दूरी तय करने में 21 दिन का समय लगेगा.
जानिए क्या है रावण से कनेक्शन
मंडोर यानी जोधपुर को रावम का ससुराल इसलिए कहा जाता है क्योंकि रावण की पत्नी मंदोदरी के पिता मयासुर ने ब्रह्माजी से वरदान प्राप्त करने के बाद अपनी प्रेमिका के लिए मंडोर को बनाया था. इसी के चलते यहां के लोग आज भी रावण को अपना दामाद मानते हैं और इसे रावण का ससुराल कहा जाता है.
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