लोगों को घर बैठे ही खाना खिलाकर अरबों का मालिक बन गया ये लड़का
Mohit Tiwari
2024/01/04 18:36:43 IST
लोग कई सालों से चला रहे हैं रेस्टोरेंट
कई ऐसे लोग ऐसे हैं तो सालों से रेस्टोरेंट चला रहे हैं, लेकिन अभी तक भी करोड़पति नहीं बन पाए हैं.
Credit: pexelsघर पर खाना खिलाकर बन गए अरबपति
वहीं, कुछ लोग खाना घर पर पहुंचाकर अरबपति बन चुके हैं.
Credit: pexelsकौन हैं यह लड़का
हम बात कर रहे हैं जोमैटो के फाउंडर की.
ये हैं जोमैटो के फाउंडर
जोमैटो के फाउंडर दीपेंदर गोयल हैं. इन्होंने जोमैटो ऐप की शुरुआत की थी.
ऐसे की कंपनी की शुरुआत
आईआईटी से पास आउट दीपेंदर ने देखा कि जिस कंपनी में वे जॉब करते थे ,उसकी कैंटीन में खाने के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ती थी.
ऐसे पड़ी ऐप की नींव
इस समस्या को दूर करने के लिए उनको आइडिया आया और 2008 से उन्होंने फूडीबे नाम से वेबसाइट खोली.
ये था काम
इस कंपनी का काम आपके आसपास स्थित रेस्टोरेंट्स की जानकारी आपको देना था.
2010 से बदली सूरत
साल 2010 में इंफोएज के फाउंडर संजीव बिखचंदानी ने इस कंपनी में 1 मिलियन डॉलर का निवेश किया और एक ईकॉमर्स कंपनी के लीगल नोटिस के बाद फूडीबे का नाम बदलकर जोमैटो रख दिया गया.
24 देशों में पहुंची जोमैटो
साल 2012 में जोमैटो टर्की और ब्राजील तक पहुंच गई. आज यह न्यूजीलैंड, फिलीपींस, आस्ट्रेलिया समेत 24 देशों में अपनी सुविधाएं दे रही है. इसके साथ ही ऊबर ईट्स, ब्लिंकिट जैसी कई कंपनियों को भी जोमैटो खरीद चुकी है.