इस साल देश में लोकसभा चुनाव होना है. ऐसे में इस बार 2 बजट पेश होगा. एक चुनाव से पहले और एक चुनाव होने के बाद.
1 फरवरी को पेश होता है बजट
हर साल 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश होता है. इस बार भी ऐसा होगा लेकिन ये बजट आम बजट नहीं बल्कि अंतरिम बजट कहलाएगा.
अंतरिम बजट
1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जो बजट पेश करेंगे वो कुछ महीनों का ही बजट होगा. इसलिए इसे अंतरिम बजट कहा जाता है.
कुछ महीनों का बजट
दरअसल, जब भी देश में आम चुनाव होते हैं. और किसी नई पार्टी की सरकार बनती है तो वो नई नीतियां बनाती है. इसीलिए चुनाव से पहले कुछ ही महीनों के लिए अंतरिम बजट पेश किया जाता है.
पूर्ण बजट
और चुनाव होने के बाद जिस पार्टी की सरकार बनती है वो उस वित्त वर्ष का पूर्ण बजट पेश करती है.
बजट में बदलाव
चुनाव के बाद जो सरकार संपूर्ण बजट पेश करती है उसमें वो क्स से जुड़े प्रावधानों में कोई बदलवा नहीं कर सकती है अगर अंतरिम बजट में बदलाव हो चुका है.