
जिस गन का ओलंपिक में हुआ इस्तेमाल, क्या है उसकी खासियत?
India Daily Live
2024/07/29 14:52:28 IST

रचा इतिहास
भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है.
Credit: X.com
चलाई थी ये गन
मनु ने 25 मीटर के लिए पिस्तौल चलाई थी जिसमें मनु ने फाइनल में कुल 221.7 अंक जुटाए थे.
Credit: X.com
क्या है खासियत
महिलाओं की कैटेगरी में रैपिड-फायर कॉम्पेटीटर्स .22 लॉन्ग राइफल कैलिबर वाली पिस्तौल का इस्तेमाल करते हैं.
Credit: X.com
कितने शॉट्स
ये पिस्तौल 5 शॉट फायर कर सकती है.
Credit: X.com
वजन
इसका मैक्सिमम वजन 1.4 किलोग्राम (3.0865 पाउंड) है.
Credit: X.com
ट्रिगर पुल का वजन
इसका मिनिमम ट्रिगर पुल वजन .99 किलोग्राम (2.2046 पाउंड) है.
Credit: X.com
कैसे पकड़ते हैं
इस पिस्तौल की ग्रिप कलाई को नहीं छूनी चाहिए.
Credit: X.com
बॉक्स में कैसे होती है फिट
इस पिस्तौल को 300मिमी x 150मिमी x 50मिमी के बॉक्स में फिट होना चाहिए, जिसमें बॉक्स के किनारों और बंदूक के बीच कम से कम 1 मिलीमीटर की जगह होनी चाहिए.
Credit: X.com
भारत का पहला मैडल
पेरिस ओलंपिक में यह भारत का पहला मेडल रहा है.
Credit: X.com