इस साल आज यानी 20 अप्रैल को मनाया जा रहा है. यह दिन गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद आता है.
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तारीख कैसे तय होती है?
ईस्टर हर साल अलग तारीख को आता है. यह वसंत विषुव (21 मार्च) के बाद पहले पूर्ण चंद्रमा के बाद आने वाले रविवार को मनाया जाता है. इसलिए यह 22 मार्च से 25 अप्रैल के बीच कभी भी आ सकता है.
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क्यों मनाया जाता है?
यह दिन जीसस क्राइस्ट के पुनरुत्थान (जीवित होने) की याद में मनाया जाता है. ईसाई मानते हैं कि जीसस क्राइस्ट ने मानवता के पापों के लिए बलिदान दिया और फिर से जी उठे.
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होली वीक
ईस्टर से पहले का वीक बहुत खास होता है, जिसमें आते हैं: पाम संडे, मॉन्डी थर्सडे, गुड फ्राइडे और हॉली सैटरडे के रूप में मनाया जाता है.
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जीसस क्राइस्ट को क्यों मारा गया?
बाइबिल के अनुसार, जीसस क्राइस्ट ने खुद को ईश्वर का पुत्र कहा था, जिससे रोमन शासकों को आपत्ति थी. उन्हें पोंटियस पिलातुस द्वारा गुड फ्राइडे को सूली पर चढ़ाया गया.
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पुनरुत्थान का चमत्कार
जीसस क्राइस्ट की मृत्यु के तीन दिन बाद, वह पुनः जीवित हो गए. ईसाई मानते हैं कि यह चमत्कार उनकी ईश्वरीय शक्ति और सच्चाई का प्रमाण है.
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लेंट का अंत
ईस्टर के साथ ही लेंट (Lent) का 40 दिन का उपवास और तपस्या का समय खत्म होता है. यह आत्म-शुद्धि, प्रार्थना और संयम का समय होता है.
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ईस्टर के उत्सव
आज के समय में लोग ईस्टर को धार्मिक और पारिवारिक दोनों तरह से मनाते हैं. बच्चे ईस्टर अंडों और टॉफियों से भरी ईस्टर बास्केट्स का आनंद लेते हैं. इसके साथ सभी लोग चर्च में प्रार्थना करते हैं.