ताइवान में आए भूकंप से भीषण तबाही मची है. कई बिल्डिंग्स के धंसने की खबर है. ताइवान में आए भूकंप के बाद जापान पर सुनामी का खतरा मंडरा रहा है.
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जापान में सुनामी का अलर्ट
ताइवान में बुधवार सुबह आए भूकंप के बाद जापान में एक बार फिर सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है. सुनामी इससे पहले जापान में भारी तबाही मचा चुका है.
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क्या होती है सुनामी?
सीधे और सरल शब्दों में समझा जाए, तो जब समंदर में ऊंची लहरें उठती हैं, तो उन्हें सुनामी कहा जाता है. ऐसा अक्सर भूकंप के समय ही होता है.
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क्यों उठती हैं ऊंची लहरें?
समंदर के अंदर जब हलचल होती है, तो ऊंची लहरें उठती हैं, जो तेज गति से तटों की ओर बढ़ता है और फिर भारी तबाही मचाता है.
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सुनामी का मतलब क्या है?
सुनामी शब्द जापान से आया है. ये दो अलग-अलग शब्दों (सू और नामी) से बना है. सू का मतलब समंदर तट जबकि नामी का मतलब लहर होता है.
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भयानक तबाही मचाती है सुनामी
सुनामी जब समंदर के तटों की ओर बढ़ती है, तो पानी की लहरें करीब 30 मीटर तक ऊंची हो सकती है.
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बिल्डिंग हो या कार, सब तबाह
सुनामी की लहरों की गति इतनी तेज होती है कि इसके रास्ते में आने वाली बिल्डिंग, कार, पेड़, ब्रिज सबको तबाह कर देती है.
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7.5 तीव्रता का था भूकंप
ताइवान में सुबह-सुबह आए भूंकप की तीव्रता 7.5 थी, जो काफी शक्तिशाली माना जाता है. इसके बाद ताइवान समेत जापान और फिलीपींस में सुनामी का अलर्ट जारी किया गया.
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10 फीट ऊंची लहरों का अनुमान
ताइवान में आए भूंकप के बाद जापान के मौसम विभाग ने समंदर में 3 मीटर (10 फीट) तक की लहरों का अनुमान लगाया है.
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आया था 7.6 तीव्रता का भूंकप
जापान में 1 जनवरी 2024 को भूकंप के तेज झटके लगे थे. भूकंप की तीव्रता 7.6 मापी गई थी. उस दौरान जापान के वाजिमा सिटी में करीब 1.2 मीटर यानी 4 फीट ऊंची लहरें उठी थीं.
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2011 में जापान में आई थी सुनामी
इससे पहले जापान में मार्च 2011 में सुनामी आई थी. जापान के उत्तर-पूर्वी एरिया में 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था. करीब 30 मिनट में आधे जापान का 70% हिस्सा पानी में डूब गया था.