Kanpur Ganga Mela: होली के अगले हफ्ते क्यों मनाया जाता है 'गंगा मेला'?
Garima Singh
2025/03/10 23:44:25 IST
कानपुर का गंगा मेला
होलिका दहन के दिन से ही देशभर में होली की धूम शुरू हो जाती है. हर तरफ रंग गुलाल उड़ता हुआ नजर आता है. उत्तर प्रदेश के कानपुर में होली के रंग एक दो दिन नहीं बल्कि पूरे 7 दिन उड़ते हैं.
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गंगा मेला, जिसे कानपुर में 'होली का मेला' भी कहा जाता है, उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर में मनाया जाने वाला एक विशेष पर्व है. यह मेला होली के लगभग एक हफ्ते बाद आयोजित किया जाता है। इसकी जड़ें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी हुई हैं.
Credit: canvaगंगा मेला होली का इतिहास और महत्व
गंगा मेला की परंपरा की शुरुआत 1942 के 'भारत छोड़ो आंदोलन' के दौरान हुई थी. उस समय, ब्रिटिश सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों को गिरफ्तार कर लिया था और होली जैसे त्योहारों के सार्वजनिक आयोजन पर बैन लगा दिया था. कानपुर के व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों ने ब्रिटिश सरकार के इस निर्णय का विरोध किया और होली नहीं मनाई.
Credit: canvaइस बार कब मनाया जाएगा गंगा मेला
2025 में, गंगा मेला 20 मार्च को अनुराधा नक्षत्र में मनाया जाएगा. यह होली के सातवें दिन आयोजित की जाएगी, जो कानपुर में होली के उत्सव का समापन करेगी.
Credit: canvaगंगा मेला होली की विशेषताएं
इस दिन, लोग रंगों से भरे बैग और ड्रम के साथ सड़कों पर निकलते हैं. ऊंट, घोड़े, बैलगाड़ी और भैंसा ठेला जैसे पारंपरिक वाहनों का उपयोग किया जाता है, जो रंगों से सराबोर होते हैं.
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