नवरात्रि स्पेशल: बानड़ी देवी मंदिर की अखंड ज्योति क्यों है खास?
Babli Rautela
2025/04/04 16:53:50 IST
मां विंध्यवासिनी बानड़ी देवी मंदिर
देवभूमि उत्तराखंड में कई पवित्र मंदिर हैं, जिनमें से हर मंदिर की अपनी खास मान्यताएं हैं. अल्मोड़ा में स्थित मां विंध्यवासिनी बानड़ी देवी मंदिर इनमें से एक है. इसे 'दिए वाली देवी' के नाम से भी जाना जाता है.
Credit: Social Mediaमंदिर की अनोखी परंपरा
मां विंध्यवासिनी बानड़ी देवी मंदिर की खासियत यह है कि यहां भक्त अपनी मनोकामना पूरी होने पर नौ दिनों तक अखंड ज्योत जलाते हैं.
Credit: Social Mediaनवरात्रि में मंदिर का महत्व
नवरात्रि के दौरान मां विंध्यवासिनी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. इस अवसर पर सैकड़ों दिए जलाए जाते हैं, जो मंदिर को प्रकाशमय बना देते हैं.
Credit: Social Mediaमंदिर का प्राकृतिक ठिकाना
अल्मोड़ा-लमगड़ा मार्ग पर जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर, 7 हजार फीट की ऊंचाई पर यह मंदिर बांज के जंगलों में स्थित है.
Credit: Social Mediaपैदल यात्रा की चुनौती
मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्तों को सड़क से कई किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पैदल तय करनी पड़ती है.
Credit: Social Mediaमंदिर का ऐतिहासिक महत्व
वर्ष 1563 में चंद वंश के राजा बालो कल्याण चंद ने अल्मोड़ा की स्थापना की थी. कहा जाता है कि मां बाराही देवी के निर्देश पर राजा ने उन्हें इस स्थान पर स्थापित किया, जिससे मंदिर का निर्माण हुआ.
Credit: Social Mediaदेवी के तीन शक्ति रूप
इस मंदिर में मां भगवती पिंड के तीन शक्ति रूपों में विराजमान हैं. यह विशेषता मंदिर की धार्मिक महत्ता को और बढ़ाती है.
Credit: Social Mediaअखंड दिए जलाने की प्रथा
मंदिर में मनोकामना पूरी होने पर भक्त नौ दिनों तक अखंड दिया जलाते हैं. यह प्रथा सदियों से चली आ रही है और स्थानीय लोगों के बीच गहरी आस्था का प्रतीक है.
Credit: Social Mediaक्यों है यह मंदिर खास?
प्रकृति की सुंदरता और आध्यात्मिक शक्ति मां विंध्यवासिनी बानड़ी देवी मंदिर को शानदार बनाता है. नवरात्रि के दीपों और कठिन यात्रा के बावजूद, यह मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है.
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