उत्तराखंड का चमत्कारी मंदिर है 'हाट कालिका' जहां शाम को सोने आती है मां काली
Ritu Sharma
2025/03/12 09:54:46 IST
देवभूमि का अद्भुत मंदिर
उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है, जहां कई धार्मिक स्थल हैं. पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट स्थित हाट कालिका मंदिर महाकाली के विश्राम स्थल के रूप में प्रसिद्ध है.
Credit: Social Mediaमहाकाली की दिव्य उपस्थिति
मान्यता है कि मां काली स्वयं यहां विराजती हैं. स्कंदपुराण के मानस खंड में इस मंदिर का वर्णन मिलता है.
Credit: Social Mediaरहस्यमयी डोला यात्रा
किवदंती के अनुसार, रात में महाकाली का डोला चलता है, जिसमें उनके गण और दिव्य सेना साथ होती हैं. इसे छूने पर भक्तों को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है.
Credit: Social Mediaमां काली का विश्राम स्थल
शक्तिपीठ के पास महाकाली का बिस्तर लगाया जाता है. सुबह इसमें सिलवटें दिखाई देती हैं, जिससे संकेत मिलता है कि यहां मां ने विश्राम किया है.
Credit: Social Mediaकुमाऊं रेजिमेंट की आराध्य देवी
भारतीय सेना की कुमाऊं रेजिमेंट के जवान किसी भी युद्ध या मिशन से पहले हाट कालिका मंदिर में माथा टेकते हैं.
Credit: Social Mediaयुद्ध के बाद महाकाली की मूर्ति स्थापना
1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद कुमाऊं रेजिमेंट ने महाकाली की प्रतिमा स्थापित की. 1994 में बड़ी प्रतिमा चढ़ाई गई, जो सेना द्वारा स्थापित पहली मूर्ति थी.
Credit: Social Mediaविशेष पूजन और अनुष्ठान
यहां सहस्त्र चंडी यज्ञ, सहस्रघट पूजा और अष्टबलि अठवार का पूजन किया जाता है. श्रद्धालु महाकाली के चरणों में फूल अर्पित कर रोग, शोक और दरिद्रता से मुक्ति पाते हैं.
Credit: Social Media