नवरात्रि स्पेशल: हाट कालिका मंदिर में हर दिन क्यों लगता है मां काली का बिस्तर?


Babli Rautela
2025/04/03 15:57:58 IST

हाट कालिका मंदिर

    हाट कालिका मंदिर गंगोलीहाट नामक स्थान पर स्थित है, जहां चारों ओर देवदार के वृक्ष इसकी सुंदरता को बढ़ाते हैं.

Credit: Social Media

मां काली का महत्व

    यह मां काली का प्रसिद्ध मंदिर है, जिनकी उत्पत्ति राक्षसों और दैत्यों का नाश करने के लिए हुई थी.

Credit: Social Media

पौराणिक कथा

    कहा जाता है कि सुम्या नामक दैत्य ने इस क्षेत्र में उत्पात मचाया और देवताओं को भी हराया था.

Credit: Social Media

शंकराचार्य का योगदान

    आदि गुरु शंकराचार्य ने मंत्रों से देवी को प्रसन्न कर मंदिर की दोबारा स्थापना की, जब यह क्षेत्र देवी के प्रकोप से निर्जन हो गया था.

Credit: Social Media

रात्रि विश्राम की प्रथा

    मंदिर में पुजारी शाम को बिस्तर लगाते हैं, और सुबह सिलवटें देखकर माना जाता है कि महाकाली रात में वहां विश्राम करती हैं.

Credit: Social Media

भक्तों की मनोकामना

    सच्चे मन से आराधना करने वाले भक्तों की हर मनोकामना मां कालिका पूरी करती हैं, ऐसा स्थानीय लोगों का विश्वास है.

Credit: Social Media

चुनरी और घंटी की परंपरा

    भक्त चुनरी बांधकर मनोकामना मांगते हैं और पूरी होने पर घंटी चढ़ाते हैं, यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है.

Credit: Social Media

लछैर का कालिका मंदिर

    हाट कालिका का एक रूप लछैर में भी स्थापित है, जहां जो लोग गंगोलीहाट नहीं पहुंच सकते, वे दर्शन के लिए जाते हैं.

Credit: Social Media

मंदिर की व्यवस्था

    मंदिर समिति ने भक्तों के लिए सभी सुविधाएं और यात्री विश्राम गृह बनवाया है, हालांकि मानसखंड योजना में अभी काम शुरू नहीं हुआ.

Credit: Social Media
More Stories