आमलकी एकादशी के दिन क्यों की जाती है आंवले की पूजा?
Princy Sharma
2025/03/04 14:09:00 IST
एकादशी
हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत बड़ा महत्व है. हर महीने दो एकादशी आती हैं. एक शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में.
Credit: Pinterest आमलकी एकादशी
फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को सबसे खास और लाभदायक माना जाता है जिसे आंवला एकादशी या आमलकी एकादशी या रंगभरी एकादशी के नाम से जाना जाता है.
Credit: Pinterest कब है आमलकी एकादशी?
इस साल आंवला एकादशी या आमलकी एकादशी का व्रत 10 मार्च को रखा जाएगा. इस दिन भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की आराधना की जाती है.
Credit: Pinterest व्रत का महत्व
आंवला एकादशी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा भी पूरे विधि-विधान से की जाती है. ऐसा माना जाता है कि व्रत करने से जीवन की सभी मुश्किलें दूर होती है और मोक्ष भी प्राप्त होता है.
Credit: Pinterest आशीर्वाद होता है प्राप्त
शास्त्रों के मुताबिक, आंवला एकादशी का व्रत रखने से 1000 गाय को दान करने बराबर पुण्य मिलता है. इसके साथ धन, सौभाग्य, आरोग्य और समृद्धि का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
Credit: Pinterest आंवले में गुण
ऐसा माना जाता है कि आमलकी एकादशी के दिन आंवले में भगवान विष्णु और भगवान शिव के दोनों गुण होते हैं.
Credit: Pinterest मां लक्ष्मी ने किया विचार
पौराणिक कथा के मुताबिक, एक बार धरती लोक पर मां लक्ष्मी भगवान शिव और भगवान विष्णु की एक साथ पूजा करने का विचार किया था.
Credit: Pinterest लक्ष्मी मां को आया ध्यान
भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र और भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है. फिर लक्ष्मी मां को ध्यान आया कि आंवले के पेड़ में तुलसी और बेल दोनों के गुण होते है.
Credit: Pinterest आंवले के पेड़ की पूजा
इसके बाद माता लक्ष्मी ने आंवले के पेड़ को भगवान विष्णु और भगवान शिव का स्वरूप मानकर उसकी पूजा की. तब से यह प्रथा चली आ रही है.
Credit: Pinterest डिस्क्लेमर
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.
Credit: Pinterest