'भगवान मेरी सास जल्दी से मर जाए', 20 रुपये की नोट में इच्छा लिखकर दानपेटी में डाली, देखकर पुजारी को लगा सदमा
Viral News: मंदिरों में दान देने का उद्देश्य केवल भौतिक सहायता नहीं होता, बल्कि यह श्रद्धा और मानसिक शांति की प्राप्ति का भी एक तरीका होता है. लोग अपनी कठिनाइयों, समस्याओं या फिर व्यक्तिगत इच्छाओं को भगवान के सामने रखते हैं, यह सोचकर कि उनके जीवन में सुधार होगा.
Viral News: कर्नाटका के कलबुर्गी जिले के कटाड़र्गी क्षेत्र स्थित भाग्यवांती देवी मंदिर से जुड़ी एक हैरान करने वाली घटना सामने आई. मंदिर के दानपेटी में एक 20 रुपये की नोट पाई गई, जिस पर एक व्यक्ति ने अपनी इच्छा लिखी थी कि “मेरी सास जल्दी मर जाए.” यह संदेश मंदिर के पुजारियों और वहां आए हुए श्रद्धालुओं के लिए सदमे का कारण बन गया और इसने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया.
मंदिर की दानपेटी में मिली अनोखी नोट
मंदिर के दानपेटी की हर साल की नियमित गिनती के दौरान यह 20 रुपये की नोट मिली. आम तौर पर, इस दौरान केवल नकद दान और कीमती वस्तुएं ध्यान आकर्षित करती हैं, लेकिन इस बार दानपेटी में रखी गई इस नोट ने सभी का ध्यान खींच लिया. नोट पर लिखा गया था, "भगवान मेरी सास जल्दी मर जाए," जो मंदिर के कर्मचारी और पुजारियों के लिए हैरान करने वाला था.
मंदिर के दानपेटी में श्रद्धालु न केवल पैसे डालते हैं, बल्कि अपनी इच्छाओं और प्रार्थनाओं को भी लिखकर डालते हैं. इस बार भी एक भक्त ने अपनी व्यक्तिगत इच्छा को इस तरह से व्यक्त किया. मंदिर प्रशासन के अनुसार, हर साल दानपेटी से लगभग 60 लाख रुपये नकद और 1 किलो चांदी की वस्तुएं निकाली जाती हैं. इसके अलावा, श्रद्धालु अपनी इच्छाएं भी इस दानपेटी में डालते हैं, लेकिन यह पहली बार था कि किसी ने अपनी इच्छा इस प्रकार लिखकर डाली हो.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई शख्स की लिखी हुई इच्छा
जैसे ही इस नोट की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे. कुछ लोग हैरान थे कि कोई इतनी नफरत से अपनी सास के लिए ऐसी प्रार्थना कर सकता है, जबकि कुछ इसे एक मजाक या भावनाओं का अतिरेक मान रहे थे.
इस घटना ने न केवल मंदिर प्रशासन को चौंका दिया, बल्कि यह समाज में रिश्तों की जटिलता और इंसान की मानसिक स्थिति को भी दर्शाता है. कुछ मामलों में, परिवारों में आपसी तनाव और अनबन के चलते इस तरह की भावनाएं उत्पन्न हो सकती हैं.