कर्नाटक के बेंगलुरु का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें देखा जा सकता है कि एक महिला ने कानून की धौंस देकर बस कंडक्टर की लगाई गई टोपी को उतरवा दी. इस मामले में लोगों द्वारा तरह तरह की प्रतिक्रिया आ रही है. कुछ लोग महिला को गलत ठहरा रहे हैं तो कुछ लोग उसकी सराहना भी कर रहे हैं.
यह है पूरा मामला
BMTC की सरकारी बस में यात्रा के दौरान एक महिला का बस कंडक्टर से बहस करते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला यात्री बस कंडक्टर को कानून का धौंस दे रही है साथ ही उसने कंडक्टर से कहा कि ऑफिस टाइम में वर्दी के साथ इस तरह की टोपी लगाने की अनुमति नहीं है. इस पर कंडक्टर कहता है कि मैडम में बहुत दिनों से इसी तरह लगा रहा हू, और अंतत: बस कंडक्टर को अपनी टोपी उतारनी पड़ती है.
यूजर्स ने महिला को ठहराया गलत
ट्वीटर पर एक रवि नाम के एक यूजर ने लिखा कि साथ में बैठे पैसेंजर क्या कर रहे थे उनको इस मामले में महिला को रोकना चाहिए था. यह धार्मिक आजादी के खिलाफ है. वहीं अखिल नाम के एक यूजर ने लिखा कि बिलकुल सही, सिखों की पगड़ी, हिंदुओं को टीका, बिंदी, सिंदूर और मंगलसूत्र लगाने से भी रोक दिजिए. वहीं एक यूजर ने लिखा है कि सभी पर ड्रेस कोड लागू होता है और सभी को यह पालन करना चाहिए.
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This is from #Bengaluru, #Karnataka.
— Hate Detector 🔍 (@HateDetectors) July 12, 2023
Woman threatens #Muslim bus conductor for wearing skullcap. Says she'd complain to his MD if he continues wearing it. And she FORCIBLY makes him remove the cap in public.#BMTC #BusConductor #ViralVideo pic.twitter.com/T4VypDY8hv