Woman feels safe in Delhi: दिल्ली जो अपनी तेज़ रफ्तार और भीड़ के लिए जानी जाती है, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसी कहानी के लिए सुर्खियों में आई, जिसमें दयालुता और भरोसे की खूबसूरत झलक देखने को मिली. एक महिला, जो पहली बार दिल्ली आई थी उसने Reddit पर अपना अनुभव साझा किया. उसने बताया कि कैसे एक रैपिडो ड्राइवर ने उसकी मदद की जब वह मुश्किल में थी.
महिला ने बताया कि वह दिल्ली में नई थी और जिस दिन वह शिफ्ट हुई, उसका फोन काम नहीं कर रहा था. उसने लिखा, "मैंने पहली बार दिल्ली में इतना सुरक्षित महसूस किया।" रैपिडो बुक करने और घर पर अपडेट देने के लिए उसे दुकानों या चाय की टपरियों से लोगों के फोन मांगने पड़े था. लेकिन कई लोग उसे फोन देने से हिचकिचाते थे, उन्हें डर था कि वह फोन लेकर भाग सकती है. ऐसे में एक रैपिडो ड्राइवर ने उसकी परेशानी को समझा और मदद के लिए आगे आया.
ड्राइवर की अनूठी संवेदनशीलता
ड्राइवर को जब पता चला कि महिला के पास फोन नहीं है और उसे पीजी ढूंढना है, तो उसने सवारी देने से कहीं ज्यादा किया. महिला ने लिखा, "जब रैपिडो के ड्राइवर को पता चला कि मेरे पास फोन नहीं है और मुझे पीजी ढूंढना है, उसने कहा कि जिस जगह के लिए तुमने रैपिडो बुक किया है, वह जगह सेफ नहीं है. उन्होंने कहा कि आप इस शहर में अकेली हैं, इसलिए मैं तब तक इंतज़ार करूंगा जब तक आप पीजी नहीं ले लेती. उन्होंने कहा, 'मेरे घर पर भी एक बेटी है, इसलिए अगर आप सुरक्षित पहुंच जाएं तो मुझे अपना बाकी आधा घंटा या उससे ज़्यादा समय यहां]बिताने में कोई दिक्कत नहीं होगी.' महिला ने आगे कहा, "ड्राइवर ने उसे यह भी कहा कि अगर वह पेमेंट नहीं कर सकती तो कोई बात नहीं, क्योंकि वह बाद में इसे कमा लेगा." ड्राइवर के दयालु स्वाभाव ने महिला को हैरान कर दिया. उसने लिखा, "इससे साबित होता है: अच्छे लोग अभी भी मौजूद हैं.
सोशल मीडिया पर चर्चा
यह पोस्ट Reddit पर वायरल हो गई और लोगों ने अपनी कहानियां भी शेयर की. एक यूजर ने लिखा, "मुझे याद है कि मैंने एक बार एक निजी टैक्सी ली थी और ड्राइवर अंकल रास्ता भूल गए. सवारी खत्म होने के बाद वह मुझसे माफी मांगने आए. उन्होंने मूकजसे कहा कि, 'मैं उनकी बेटी की तरह हूँ, इसलिए वह मुझे खतरनाक रास्तों से नहीं ले जाना चाहते थे."