History of the First Train In India: आज का दिन भारतीय रेलवे के लिए बहुत खास हैं. क्योंकि आज ही के दिन भारत में पहली दफा ट्रेन चली थी. लाइफ ऑफ द नेशन कहे जाने वाले भारतीय रेलवे का इतिहास 171 साल पुराना है. 16 अप्रैल की हो तारीख थी जब भारतीयों ने झुक-झुक की आवाज सुनी थी. इंडियन रेलवे ने झुक-झुक की आवाज से शुरू किए अपने सफर को आज वंदे भारत तक लेकर आ चुकी है. जल्द ही बुलेट ट्रेन इंडिया में दौड़ने लगेगी. आज भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है.
आइए जानते हैं कि भारत में पहली बार ट्रेन कब और कहां चली थी. ये कहानी ब्रिटिश हुकूमत के दौर की है. गुलामी की जंजीरों में बंधे भारत के पास 19वीं शताब्दी के शुरुआती दशकों में अपनी कोई ट्रेन नहीं थी. अंग्रेज आए. धीरे-धीरे उन्होंने भारत पर कब्जा किया और साल 1853 उन्होंने ट्रेन चलाकर इंडिया के रेल नेटवर्क की नींव रख दी.
भारत में ट्रेन चलाने के बारे में पहली बार साल 1832 में सोचा गया था. अंग्रेजों ने अपने व्यापार को आसान बनाने के लिए भारत में रेल परियोजनाओं पर काम करना शुरू किया. उस दौरान ब्रिटेन में भी नई-नई रेलवे शुरू हुई थी. ऐसे में अंग्रेज रेल नेटवर्क के जाल को भारत में लाने की सोचते हैं.
बनी दो कंपनियां
1832 में अंग्रेजों के मन में रेल नेटवर्क बिछाने का ख्याल आता है. और साल 1844 में उस समय के भारत के गवर्नर जनरल लार्ड हार्डिंग ने निजी क्षेत्र की कंपनियों और उद्यमियों को भारत में रेल नेटवर्क स्थापित करने की इजाजत दी. इसके बाद साल 1845 में ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी और ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे नाम की दो कंपनियों की स्थापना की गई.
1845 में दो रेल कंपनियां बनी तो इसके बाद अगले 8 सालों तक रेल नेटवर्क का विस्तार हुआ है. और देखते ही देखते साल 1953 आ गया. अब बारी थी ट्रेन को चलाने की. ट्रैक बिछ चुके थे. अब उस ट्रैक पर बारी थी ट्रेन को चलाने की. 16 अप्रैल साल 1853 के दिन भारत में पहली ट्रेन छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से ठाणे के बीच चलाई जाती है. इस ट्रेन ने 35 किलोमीटर की दूरी कवर की थी.
रिपोर्ट के मुताबिक इस ट्रेन में 20 बोगियां थी और लगभग 400 यात्रियों ने इसमें यात्रा की थी. 16 अप्रैल को दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर भारत की पहली ट्रेन छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से चलती है और 4 बजकर 45 मिनट पर भारत की पहली ट्रेन ठाणे पहुंचती है.