Heera Mandi: बॉलीवुड के मशहुर डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी: द डायमंड बाजार' की चर्चा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. हीरामंडी वेब सीरीज दर्शकों को खूब पसंद आ रही है. बता दें, इस वेब सीरिज के जरिए संजय लीला भंसाली ने ओटीटी पर डेब्यू किया है. हीरामंडी वेब सीरीज कभी शूट के पीछे की कहानी को लेकर तो कभी इसके इतिहास को लेकर आए दिन सुर्खियों में बनी रहती है.
बता दें, हीरामंडी वेब सीरीज ब्रिटिश राज के खिलाफ भारतीय आजादी आंदोलन के दौरान लाहौर के हीरा मंडी के रेड-लाइट जिले में तवायफों के जीवन के बारे में है. भारत में तवायफों को कई नामों से जाना जाता है. देश के अलग-अलग जगहों पर तवायफों को अलग-अलग नाम दिए गए हैं. आइए जानते हैं तवायफों के पर्यायवाची शब्दों के बारे में.
हिंदी भाषा में तवायफों को कंचनी, कंजनी, कामरेखा, कावेरी और कोठेवाली के नाम से भी जाना जाता है. इसके साथ तवायफों को कुछ और शब्द से भी जाना जाता है. गणिका, नष्टा, पणसुंदरी, पणांगना, बंधुदा, बन्धुदा, बाजारू औरत, बेसा, भोग्या, मंगलामुखी, मंजिका, रूपजीविनी, लंजिका, लटी, लाल-बीबी, लालबीबी, लुखिया, वारकन्या, वारनारी, वारमुखी, वारयुवती, वारवधू वारवाणी, वारविलासिनी, वारसुंदरी, वारसुन्दरी, वारांगना, वेशयुवती, वेशवधू वेशवनिता, वेशस्त्री, वेश्मस्त्री, वेश्या, वैश्या, शुंडा, शुण्डा जैसे शब्द भी कहे जाते हैं.
तवायफ मुगल काल के दौरान एक प्रकार की शाही वेश्या हुआ करती थी जो राज दरबारियों को खुश रखा करती थी. पुरानी बॉलीवुड की फिल्मों में तवायफों की बहुत प्रमुख भूमिका रही है. भारत में कई ऐसी तवायफ भी रही हैं जिनका नाम इज्जत ले लिया जाता था.