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Unacademy में इस बार नहीं होगा अप्रेजल, अब 30 हजार की टीशर्ट पहनने पर ट्रोल गए CEO गौरव मुंजाल

गौरव मुंजाल ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार कंपनी अपने ग्रोथ के लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकी और इसलिए इस बार कर्मचारियों का अप्रेजल नहीं लगाया जा सकता है. हालांकि इस दौरान गौरव ने बरबरी की 30 हजार रुपए की टीशर्ट पहन रखी थी, जिसको लेकर वह सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं.

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Viral News: 30 हजार रुपए की टीशर्ट पहनकर कोई अपने कर्मचारियों से कहे कि हमें माफ कर दीजिए इस साल हम आपकी सैलरी नहीं बढ़ा सकते...तो कर्मचारियों का माथा ठनकना तो लाजमी ही है. अनअकैडमी के सीईओ ने कुछ ऐसा ही किया जिसको लेकर वह सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं. 

हमें खेद है इस बार हम आपकी सैलरी नहीं बढ़ा सकते

अनअकैडमी के सीईओ गौरव मुंजाल ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कंपनी के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा,  'हमें खेद है इस बार हम आपकी सैलरी नहीं बढ़ा सकते. कृपया कंपनी के हालात को समझें. मैंने पहले अप्रेजल करने की बात कही थी... लेकिन हमसे गलती हुई.' इस दौरान गौरव ने बरबरी की काले रंग की टीशर्ट पहन रखी थी जिसकी कीमत करीब 30000 रुपए है. 30 हजार की टीशर्ट पहनकर कर्मचारियों से यह कहना कि हम आपकी सैलरी नहीं बढ़ा सकते, उनके जले पर नमक छिड़ने जैसा है. 

हम अपने ग्रोथ के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाए 
गौरव ने कहा कि इस बार कंपनी अपने ग्रोथ के लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकी और इसलिए इस बार कर्मचारियों का अप्रेजल नहीं लगाया जा सकता है. गौरव ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि 2023 हमारे लिए औसत रहा, लेकिन 2024 शानदार तो नहीं लेकिन औसत से ऊपर था लेकिन हम अपने ग्रोथ के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाए लेकिन अब हमारे सामने चुनौतियां कम हैं और बहुत कुछ करने का एक अच्छा अवसर है, साथ ही मैं यह भी कह रहा हूं कि हमारे सामने मार्केट में बने रहने की भी चुनौती नहीं है.'

आपके लिए एक बुरी खबर है 
'यह बहुत कठिन रहा है और इसलिए मेरे पास आपके लिए एक बुरी खबर है कि इस बार हम आपका अप्रेजल नहीं लगाने जा रहे हैं. मैं जानता हूं कि मैंने दो-तीन हफ्ते पहले अप्रेजल की बात कही थी लेकिन जब हमने इसकी प्रक्रिया शुरू की तो हमने महसूस किया कि हमसे गलती हुई.' 

यूजर्स ने लगा दी मुंजाल की क्लास
अब सोशल मीडिया यूजर्स गौरब मुंजाल की उनकी इस हरकत के लिए क्लास लगा रहे हैं.  एक यूजर ने लिखा, 'ये CEOs अपनी जीवनशैली को कम नहीं करते लेकिन कर्मचारियों की सैलरी हाइक को रोक देते हैं.' वहीं, एक अन्य यूजर ने पूछा, 'क्यों हमेशा निचले स्तर के कर्मचारियों को ही कटौती का शिकार बनाना पड़ता है जबकि उच्च स्तर पर कोई असर नहीं होता.' वहीं, एक अन्य यूजर ने पूछा, 'क्यों हमेशा निचले स्तर के कर्मचारियों को ही कटौती का शिकार बनाना पड़ता है जबकि उच्च स्तर पर कोई असर नहीं होता?'