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बाप को मारे एक के बाद एक थप्पड़, गिड़गिड़ाता रहा भूतपूर्व सैनिक, लेकिन बेटे को नहीं आया रहम, खौफनाक है वीडियो

यह घटना परिवारों में बढ़ती हिंसा और बुजुर्गों के प्रति बढ़ते असम्मान को उजागर करती है. समाज में इस प्रकार के व्यवहार के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है. ताकि इस तरह की हिंसा को रोका जा सके

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Edited By: Mayank Tiwari
Uttarakhand News
Courtesy: X@imayanktiwari

Uttarakhand News: उत्तराखंड के बागेश्वर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक बुजुर्ग भूतपूर्व सैनिक के साथ उनके बेटे ने जमकर मारपीट की. यह घटना उस वक्त कैमरे में कैद हो गई जब बुजुर्ग पिता अपने बेटे से बुरी तरह पिटते हुए दिखाई दिए. फिलहाल, ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पूरे इलाके में सनसनी मच गई है.

दरअसल, ये घटना बागेश्वर जिले के सातचौरा, घिंघरतोला (कांडा) इलाके की है. सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि बुजुर्ग भूतपूर्व सैनिक अपने बेटे द्वारा पीटे जा रहे हैं. वह अपने बेटे के हाथों उत्पीड़न झेल रहे हैं, जबकि आसपास के लोग बस खड़े देख रहे हैं. यह दृश्य किसी भी संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर सकता है.यह मामला न केवल पारिवारिक विवाद की ओर इशारा करता है, बल्कि एक बेटे द्वारा अपने पिता के साथ की गई हिंसा का खौफनाक उदाहरण भी पेश करता है.

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

यह वीडियो जब से सोशल मीडिया पर आया है, तब से लोग इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस घटना ने लोगों को परिवार में होने वाली हिंसा और बुजुर्गों के साथ होने वाले अत्याचार पर विचार करने पर मजबूर कर दिया है. यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे उत्तराखंड पर भी चर्चा का विषय बन गई है. क्योंकि, उत्तराखंड में बेरोजगारी के चलते लगातार युवा अपने गांव को छोड़कर पलायन कर रहे हैं. क्योंकि, इसका सबसे बड़ा कारण है पहाड़ों में बेरोजगारी युवाओं को प्रभावित कर रही है, जिसके चलते युवा शराब के लती होते जा रहे है, जिसके कारण अक्सर मां-बाप के साथ पैसे को लेकर घटनाएं सामने आ रही हैं.

परिवारिक हिंसा पर गंभीर सवाल

यह घटना परिवारों में बढ़ती हिंसा और बुजुर्गों के प्रति बढ़ते असम्मान को उजागर करती है. समाज में इस प्रकार के व्यवहार के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है. ताकि इस तरह की हिंसा को रोका जा सके. यह घटना उन लोगों के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए जो पारिवारिक समस्याओं का समाधान हिंसा के जरिए निकालने का प्रयास करते हैं.