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'बंद कर दो मोबाइल-टीवी, बिजली गिर जाएगी,' क्या सच में होता है ऐसा? ये है सही जवाब

Lightning Strike: मानसून सीजन में बिजली गिरने की परेशानी काफी ज्यादा होती है जिससे लोगों को जानमाल का नुकसान होता है. एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें बिजली गिरने की घटना को दिखाया गया है. इस वीडियो में एक पेड़ के नीचे कुछ लोग फोन चला रहे हैं. ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि क्या फोन चलाने से बिजली गिरती है? चलिए जानते हैं. 

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Lightning Strike
Courtesy: canva

Lightning Strike: मानसून सीजन आ चुका है और कई इलाकों में भारी बारिश होने लगती है. इसे लेकर तो कई वीडियोज सामने आए हैं लेकिन यहां हम आपको एक ऐसे वायरल वीडियो के बारे में बता रहे हैं जिसमें एक पेड़ पर बिजली गिरती दिखाई जा रही है. इस पेड़ के नीचे कुछ लोग खड़े हैं और फोन चला रहे हैं. ऐसे में लोग इस वीडियो को खूब शेयर कर रहे हैं और कह रहे हैं कि बारिश में फोन चलाना खतरनाक साबित हो सकता है. लेकिन क्या सही में ऐसा होता है, चलिए जानते हैं. 

विज्ञान के मुताबिक, अगर बिजली धरती के कॉन्टैक्ट में आए तो कहा जाता है कि कहीं बिजली गिरी है. आसान भाषा में बिजली गिरने के कारण को समझा जाए तो जब आसमान में बादल बनते हैं तो यह बर्फ, हवा और पानी के टकराकर रगड़ते हैं तो कुछ बादल के नीचे के हिस्से में चार्ज ज्यादा बन जाता है. वहीं, इस प्रक्रिया से कुछ बादलों में पॉजिटिव चार्ज भी बन जाता है. जब इस तरह के दो बादल आपस में टकराते हैं तो लाखों वॉट की बिजली पैदा होती है. 

पैदा होती है लाखों वॉट की बिजली:

अगर नेगेटिव चार्ज जमीन की तरफ होता है तो बिजली जमीन पर आ गिरती है. ये लाखों वॉट की बिजली जब जमीन पर आती है तो यह करोड़ों वॉट में तब्दील हो जाती है. जब बिजली जमीन की तरफ आ रही होती है तो यह जिस रास्ते से आती है उसे स्टेप लीडर कहा जाता है. वहीं, इसी तरह का एक स्टेप लीडर जमीन की तरफ से भी निकलता है. इसके बाद जब ये दोनों एक-दूसरे से टकराते हैं तो बिजली डिस्चार्ज होकर जमीन और आकाश में चले जाते हैं. 

फोन चलाने से बिजली गिरने का क्या है कनेक्शन: 

कहा तो बहुत कुछ जाता है लेकिन उसमें सच्चाई कितनी है ये जानना जरूरी होता है. हालांकि, बिजली गिरने और फोन चलाने का कोई कनेक्शन नहीं है. क्योंकि फोन में नेटवर्क ऑप्टिकल फाइबर के जरिए आता है. खबरों के अनुसार, इस तरह की घटनाएं तार वाले फोन्स के साथ समय होती थीं. 

ऐसा माना जाता है कि बिजली उसी जगह गिरती है जहां पानी, खंबा, लार्ज मैटेलिक स्ट्रक्चर मौजूद होते हैं. वहीं, इस बात को लेकर रिसर्च जारी है कि यह कब गिरती है और किस पर गिरती है. कहा तो यह भी जाता है कि ऊंचाई या नुकीली जगहों पर भी बिजली गिरती है. वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि जब बिजली गरज रही हो तो लोगों को किसी भी ऐसी जगह नहीं जाना चाहिए जहां आस-पास कुछ न हो. साथ ही इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामान, ऊंचे पेड़ और तालाब से दूर रहना चाहिए.