उत्तर प्रदेश के शिक्षक इन दिनों खूब चर्चा में हैं. डिजिटल हाजिरी को लेकर उनका विरोध सामने आ रहा है. शिक्षक संगठनों का कहना है कि इसमें कई तकनीकी खामियां हैं इसलिए इसे वापस लिया जाना चाहिए. इस बीच उत्तर प्रदेश के संभल से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर सब हैरान हैं. औचक निरीक्षण पर पहुंचे जिलाधिकारी को एक ऐसे शिक्षक मिले जो अपने मोबाइल फोन में व्यस्त थे. उनका फोन चेक किया गया तो पता चला कि वह तो ज्यादातर टाइम मोबाइल में ही लगे रहते हैं. उनकी हिस्ट्री खंगाली गई तो फेसबुक, इंस्टाग्राम, कैंडीक्रश जैसे ऐप्स मिले. इतना ही नहीं, वह स्कूल के समय में ही आधे-आधे घंटे फोन पर बात करते भी पाए गए. ऐसी लापरवाही पाए जाने के बाद गुरुजी को सस्पेंड कर दिया गया है.
संभल के बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से 10 जुलाई को जारी किए सस्पेंशन ऑर्डर में लिखा गया है कि जिलाधिकारी दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर शरीफपुर के कंपोजिट स्कूल के औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे. स्कूल में कुल 101 बच्चों का एडमिशन हुआ है लेकिन मौके पर सिर्फ 47 बच्चे ही मिले. इस स्कूल में कुल 5 टीचर नियुक्त हैं और मौके पर सभी तैनात भी मिले.
इस आदेश की सबसे रोचक बात सहायक अध्यापक प्रेम गोयल के मोबाइल से जुड़ी है. आदेश में लिखा गया है, 'प्रेम गोयल का मोबाइल चेक करने पर पाया गया कि वह स्कूल में लगभग दो से ढाई घंटे मोबाइल चला रहे थे. उन्होंने 1 घंटा 17 मिनट तक कैंडी क्रश गेम खेला. 26 मिनट फोन पर बात की, 17 मिनट फेसबुक चलाया, 11 मिनट गूगल क्रोम चलाया, 8 मिनट एक्शनडैश, 6 मिनट यूट्यूब, 6 मिनट दीक्षा, 5 मिनट इंस्टाग्राम और 3 मिनट रीड अलॉन्ग ऐप चलाया. इसमें से सिर्फ दीक्षा और रीड अलॉन्ग ऐप ही विभागीय ऐप हैं.'
डीएम ने इन टीचर्स द्वारा चेक की गई कॉपियों में 95 गलतियां भी पाई हैं. जिलाधिकारी ने उन शिक्षकों को जमकर फटकार भी लगाई है. डीएम ने बीडीओ को निर्देश दिए हैं कि वह इस पर ध्यान दें. आखिरकार प्रेम गोयल को सस्पेंड कर दिया गया है.