Viral News: यूनाइटेड किंगडम के लिंकनशायर के एक स्कूल ने वॉशरूम से सीसा ही हटा दिया. अब आपके मन में एक सवाल उठ रहा होगा कि आखिर स्कूल प्रशासन ने ऐसा कदम क्यों उठाया? क्योंकि छात्र वॉशरूम में इकठ्ठा होकर देर तक बातें करते थे.
स्कूल की हेड टीचर ग्रांट एडगर ने कहा कि वॉशरूम में लगे सीसे से कुछ छात्रों को परेशानी हो रही थी. उन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा था. उन्होंने कहा कि जिन छात्रों को मेडिकल संबंधी जरूरतों के लिए सीसे की आवश्यकता है वह रिसेप्शनिस्ट से इसका अनुरोध कर सकते हैं. स्कूल के इस कदम के बाद कुछ छात्रों के अभिवावकों न एस सही तो कुछ ने इसे बकवास फैसला बताया. स्कूल में छात्रों तक सीसा और मोबाइल की पहुंच की बहस ध्यान आकर्षित करती है.
साल 2023 में वॉर्सेस्टर में क्रिस्टोफर व्हाइटहेड लैंग्वेज कॉलेज ने लड़कियों के वॉशरूम में लगे सीसे की जगह पर पोस्टर लगाए थए. जिनमें मेकअप को 'हानिकारक दवा' बताया गया था. लिपस्टिक की तुलना हार्ड ड्रग्स से करने के कारण स्कूल को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा और अंततः उसे अपना निर्णय वापस लेना पड़ा था.
इसी तरह वेम्बली में माइकेला कम्युनिटी स्कूल की हेडमास्टर कैथरीन बीरबलसिंह, जो अपनी सख्त नीतियों के लिए जानी जाती हैं, ने स्कूल के समय में प्रेयर पर प्रतिबंध लगा दिया. इसके साथ स्कूलों में स्मार्टफोन पर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध लगाने की वकालत की.
इस समय यूके के 11 फीसदी स्कूलों में स्मॉर्टफोन ले जाने पर बैन लगा है. इटॉन कॉलेज ने एक नई नीति लागू की है जिसके तहत 9 साल के विद्यार्थियों ने को बेसिक फोन लाने की अनुमति है जिसका इस्तेमाल वह सिर्फ फोन पर बात करने और मैसेज करने के लिए कर सकते हैं.