वैसे तो चोर, चुपके से चोरी करने आते हैं. नकाब लगाकर एंट्री लेते हैं, जिससे उन्हें कोई पहचान ही न पाए. वे चुपचाप सामान उठाते हैं और फरार हो जाते हैं. वे अपने पीछे सुराग मिटाते हुए चलते हैं. वे चोरी करने के इरादे से आते हैं और सामान उड़ाकर चुपचाप गायब हो जाते हैं. इस दौरान उनकी कोशिश रहती है कि उसके पीछे कोई सुराग ना रह जाए. हाल ही में हुई एक चोरी के मामले को सुन कर आप भी हैरान हो जाएंगे और फिर मुंह से निकलेगा फिर चोरी करने ही क्यों गया था.
ये खबर चीन के शांघाई के एक दफ्तर में हुई चोरी की है. जहां चोर ने बकायदा चोरी कर एक चिट्ठी वहीं छोड़ दी. South China Morning Post के अनुसार बीते 17 मई को हुई घटना में चोर एक कंपनी के अंदर घुसा और वहां से लैपटॉप और घड़ी चुराकर ले गया लेकिन उसने दफ्तर के मालिक के लिए एक चिट्ठी वहीं छोड़ दी थी. इस चिट्ठी में चोर ने कंपनी मालिक को सेक्योरिटी बेहतर करने का सुझाव दिया था.
पुलिस के मुताबिक, सांग नाम से पहचाने जाने वाले चोर ने कंपनी के दफ्तर में घुसने से पहले कैंपस की दीवार फांदी थी. जिसके बाद उसने एक घड़ी और एक एप्पल का मैकबुक चुराया. पुलिस ने कहा कि उसने वहां पर बाकी मोबाइल फोन और लैपटॉप इकट्ठा किए और उनपर एक खुली नोट रख दी.
इसमें लिखा था, डियर बॉस, मैंने एक घड़ी और एक लैपटॉप चुरा लिया है. आपको अपना एंटी थेफ्ट सिस्टम ठीक करने की जरूरत है. मैंने सारे लैपटॉप और फोन इसलिए नहीं चुराए क्योंकि तुम्हारे बिजनेस का नुकसान हो सकता है.
चिट्ठी के आखिर में उसने लिखा, अगर आप अपना लैपटॉप और घड़ी वापस चाहते हैं तो मुझे कांटेक्ट करें. साथ ही इस दौरान उसने अपना नंबर वहां छोड़ दिया था.जिसके बाद पुलिस ने उसी फोन नंबर से चोर का पता लगाया और कुछ ही घंटों में उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
सांग को शंघाई जाने वाली ट्रेन में पकड़ा गया था, इस दौरान उसके पास चोरी का सामान मौजूद था. पुलिस ने कहा, वह फिलहाल हिरासत में है. इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चाएं हो रही हैं. एक यूजर ने लिखा- दयालू चोर. एक अन्य ने लिखा- इसे न पकड़े जाने का भरोसा था.