menu-icon
India Daily

कोलकाता का वो कपल जो अपने बच्चों को नहीं भेजता स्कूल, बताया समय की बर्बादी; Video में देखें हैरान कर देने वाली वजह

Shenaz Treasurywala: कोलकाता में एक कपल अपने बच्चों को पढ़ाने के अलग तरीके के लिए चर्चा में है. उन्होंने अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के बजाय अनस्कूलिंग का ऑप्शन चुना है.

auth-image
Edited By: Princy Sharma
Shenaz Treasurywala Viral Video
Courtesy: Instagram

Shenaz Treasurywala Viral Video: एक्ट्रेस और इंफ्लूएंर्स शहनाज ट्रेजरीवाला ने हाल ही में अपने इंस्टा अकाउंट पर एक रील शेयर की है. इस रील में उन्होंने उस कपल से बात की है जिन्होंने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजने का फैसला किया है. शहनाज   ट्रेजरीवाला का वीडियो वायरल हो गया है. यह कपल कोलकाता का रहने वाला है. अब वह अपने बच्चों को स्कूल न भेजने को लेकर चर्चा में बने हुए हैं.

वीडियो के मुताबिक, इस कपल ने बच्चों को स्कूल भेजने की जगह अनस्कूलिंग (unschooling) का ऑप्शन चुना है. बता दें, अनस्कूलिंग होम स्कूलिंग जैसा नहीं होता है. अनस्कूलिंग में बच्चा अपने इंटरेस्ट से पढ़ता है बिना किसी जोर और प्रेशर दिए. 

'स्कूल समय की बर्बादी है'

शहनाज  ट्रेजरीवाला ने कपल से मुलाकात की और इंस्टाग्राम पर दिलचस्प वीडियो शेयर किया है. वीडियो की शुरुआत में शहनाज ने परिवार का परिचय देते हुए कहा, 'इस कपल ने अपने बच्चों को कभी स्कूल नहीं भेजने का फैसला किया है.' शहनाज ट्रेजरीवाला से बात करते हुए पिता ने कहा, 'स्कूल समय की बर्बादी है. हम रीयल लाइफ और ट्रेवल के जरिए सीखने में मानते हैं. इस वजह से हम बहुत ट्रेवल करते हैं.'

अनस्कूलिंग को लेकर कपल ने क्या कहा?

कपल ने बताया कि अनस्कूलिंग बिना किसी पैटर्न के सीखने का एक तरीका है, जहां बच्चे रोजमर्रा की जिंदगी और प्रकृति की सैर, कला, किताबों और यात्रा करते समय इतिहास के सीखते हैं. पिता ने यह भी बताया कि उनका बेटा, जिसे क्रिकेट बहुत पसंद है, खेल के जरिए गणित सीखता है. अनस्कूलिंग में आप बस जिंदगी से खुद से सिखते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि उनके बच्चों के पास दिन भर में कई गतिविधियां होती हैं और वे हमेशा किसी न किसी काम में व्यस्त रहते हैं. 

बच्चों का भविष्य

जब उनके बच्चों की भविष्य की नौकरियों के बारे में पूछा गया, तो पिता ने कहा, 'हम उन्हें Entrepreneur बनना सिखा रहे हैं, इसलिए मुझे चिंता नहीं है.'  कपल ने यह भी कहा कि स्कूली छात्रों को थका हुआ महसूस करा सकते हैं, लेकिन उनके बच्चे सीखने का आनंद लेते हैं.