IPL 2025

इंसान और AI से भी आगे है ये चूहा, 100 से ज्यादा बारूदी सुरंगों का पता लगाकर बचाई हजारों जिंदगियां, अब मिला खास अवार्ड

रॉनिन नामक एक चूहे ने 100 से ज्यादा बारूदी सुरंगों और युद्ध के अन्य खतरनाक अवशेषों का पता लगाया है. यह काम 2021 से चूहा कर रहा है और इसके उसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से भी नवाजा गया है.

Imran Khan claims
Pinterest

Rat Uncover Over 100 Landmines: रॉनिन नामक एक चूहे ने अपने शानदार कारनामे से इतिहास रच दिया है. दरअसल, रॉनिन पहले ऐसा चूहा है जिसने 100 से ज्यादा बारूदी सुरंगों और युद्ध के अन्य खतरनाक अवशेषों का पता लगाया है. अब तक इस चूहे ने 109 बारूदी सुरंगों और 15 विस्फोटक चीजों का पता लगा चुका है. यह काम 2021 से चूहा कर रहा है और इसके उसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से भी नवाजा गया है. 

रॉनिन चूहा कंबोडिया के प्रेह व्हीहार प्रांत में काम कर रहा है. यह दुनिया के सबसे ज्यादा बारूदी सुरंगों से प्रभावित देशों में से एक है. रॉनिन की इस उपलब्धि की घोषणा 4 अप्रैल 2025 को की गई, जो दो जरूरीू अवसरों से मेल खाती है: वर्ल्ड रैट डे और इंटरनेशनल डे फॉर माइन अवेयरनेस एंड असिस्टेंस इन माइन एक्शन. रॉनिन ने अगस्त 2021 से फरवरी 2025 तक अपनी कड़ी मेहनत से यह रिकॉर्ड बनाया है. वह उन खास रूप से प्रशिक्षित चूहों में से एक है जो बारूदी सुरंगों की पहचान करने के लिए काम कर रहे हैं.

रॉनिन की सफलता का राज

एपीओपीओ के प्रवक्ता लिली शालोम ने कहा, 'रॉनिन की सफलता शायद उसकी तेज सोच और समस्या हल करने के प्रति प्यार के कारण है.  उसकी बुद्धिमत्ता और प्राकृतिक जिज्ञासा उसे हमेशा व्यस्त रखती है. बारूदी सुरंगों को खोजना उसके लिए जैसे एक खेल है और हर दिन नया होता है.'  रॉनिन के हैंडलर, फैनी ने कहा, 'रॉनिन की उपलब्धियां सकारात्मक प्रोत्साहन प्रशिक्षण की अद्भुत शक्ति को दिखाती हैं. वह सिर्फ एक संपत्ति नहीं है, बल्कि हमारे लिए एक कीमती साथी और सहयोगी है.'

कहां हुआ रॉनिन का जन्म?

चूहे की उम्र पांच साल है. इस उम्र में रॉनिन अपने हैंडलर के साथ फील्ड में काम करता है. रॉनिन का जन्म और पालन-पोषण तंजानिया के मोरोगोरो में एपीओपीओ के प्रशिक्षण केंद्र में हुआ था, जो सोकोइन यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर में स्थित है.  शुरुआत से ही उसे क्लिक ट्रेनिंग सिखाई गई, जिसमें क्लिक की आवाज को एक स्वादिष्ट इनाम (जैसे केले या मूँगफली) से जोड़ा गया.  यह पुरस्कार आधारित प्रणाली रॉनिन को विस्फोटक की गंध पहचानने के लिए प्रेरित करती है. इसके अलावा, उसकी ट्रेनिंग में ग्रिड पैटर्न में काम करना और जमीन को खरोंच कर बारूदी सुरंगों की पहचान करना भी शामिल है. 

India Daily