Pune Engineering College University: पुणे के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (COEP) यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. COEP गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं का आरोप है कि वे यहां असुरक्षित महसूस कर रही हैं, क्योंकि हॉस्टल की ही एक स्टूडेंट रात को उनकी प्राइवेट फोटोज क्लिक करती है, वीडियो बनाती है और उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया जाता है. छात्राओं का आरोप है कि शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वहीं, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट का कहना है कि इस मामले में पड़ताल चल रही है. इंटरनल रिपोर्ट के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, हॉस्टल की ही एक स्टूडेंट ने एक्स हैंडल पर अपने साथ हुई 5 मई की घटना का जिक्र रविवार शाम को किया. छात्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट पर कहा कि गर्ल्स हॉस्टल की कुछ छात्राओं की निजी तस्वीरें और वीडियोज बनाए जा रहे हैं और उन्हें ऑनलाइन शेयर किया जा रहा है. छात्रा ने अपने पोस्ट में कहा कि चौंकाने वाली बात ये है कि अब तक यूनिवर्सिटी की ओर से पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है, जो COEP के गर्ल्स हॉस्टल में छात्रों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगाता है. छात्रा की एक्स पोस्ट के सामने आने के बाद सोमवार सुबह यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की.
हॉस्टल की कई छात्राओं ने 1 मई की रात की घटना का जिक्र कर बताया कि उन्होंने रात के अंधेरे में एक लड़की को देखा, जो छिपकर उनकी फोटोज क्लिक कर रही थी और वीडियोज बना रही थी. कहा जा रहा है कि छात्राओं ने मिलकर फोटोज क्लिक करने वाली और वीडियो शूट करने वाली लड़की को पकड़ लिया. उसके फोन में छात्राओं को 900 से अधिक फोटोज और वीडियोज मिले हैं. छात्राओं का आरोप है कि आरोपी लड़की ने इन फोटोज और वीडियो को किसी शख्स के व्हाट्सएप पर शेयर भी किया था.
आरोपी छात्रा को पकड़े जाने के बाद गर्ल्स हॉस्टल में हंगामा मच गया. साथ ही अन्य छात्राओं के बीच दहशत फैल गई. जिस लड़की को पकड़ा गया, उसकी रूममेट्स और दोस्त फोटोज-वीडियोज को लेकर चिंतित हो गए. एक छात्रा ने कहा कि पहले हम सिर्फ कमरे में कपड़े बदल सकते थे, लेकिन अब हर कोई वॉशरूम में कपड़े बदलने से भी डर लगता है. ये सोच कर भी डर लगता है कि इसने जो फोटोज और वीडियोज क्लिक की है, उसे कहां-कहां शेयर किया होगा.
इंडियन एक्सप्रेस ने हॉस्टल की कुछ छात्राओं से बात की. छात्राओं ने बताया कि मामले को अगले ही दिन मैनेजमेंट के सामने लाया गया था, लेकिन यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, डीएन सोनावणे ने उनसे तीन मई को संपर्क करने को कहा. 3 मई को आरोपी छात्रा को तत्काल हॉस्टल से निकाल दिया गया. सोनावणे ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल की गई है. सोमवार को रिपोर्ट सौंपी गई है. अधिक पड़ताल के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है जो अब इस मामले पर फैसला करेगी और उचित कार्रवाई करेगी.
यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट की ओर से कार्रवाई के मिले आश्वासन के बाद छात्राओं का धैर्य जवाब देता दिखा. छात्राओं ने कहा कि अभी तक पुलिस में शिकायत दर्ज न किया जाना चिंता का विषय है. छात्राओं को डर है कि कॉलेज की ओर से आंतरिक रूप से मामले को दबा दिया जाएगा. थर्ड ईयर की एक छात्रा ने कहा कि हमें इस मामले पर न बोलने की सख्त हिदायत दी गई है लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. इसलिए भले ही कई छात्र और पैरेंट्स इस मामले को आगे ले जाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें इस बात का भी डर है कि उनकी पढ़ाई या फिर प्लेसमेंट के लिए ये नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि यह सब कॉलेज के हाथ में है.
जब रजिस्ट्रार से पूछा गया कि FIR क्यों दर्ज नहीं की गई, तो उन्होंने कहा कि ये लड़कियों से संबंधित एक संवेदनशील मामला है. हम जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाना चाहते. गठित समिति को इस मामले पर निर्णय लेने दीजिए और हम उचित कार्रवाई करेंगे. उधर, एक अन्य छात्रा ने बताया कि पूरी घटना को लेकर जिन छात्राओं ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर किया था, उस पोस्ट को हटाने के लिए उन पर दबाव डाला गया था.