Prasanna Sankar accused his wife Dhivya Sashidhar in love with another man: Rippling के सह-संस्थापक प्रसन्ना शंकर अपनी पत्नी धिव्या शशिधर के साथ अपने बेटे की कस्टडी को लेकर कानूनी विवाद में उलझे हुए हैं. शंकर ने पिछले महीने सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी के अफेयर का आरोप लगाते हुए कई पोस्ट किए थे, जिनसे सबको चौंका दिया था. उन्होंने एक आदमी, अनूप कुट्टिसंकरण, के साथ धिव्या की बातचीत के स्क्रीनशॉट्स शेयर किए, जिन्हें उन्होंने अपनी पत्नी का प्रेमी बताया. और कई आरोप लगाए.
पति ने पोस्ट करके क्या आरोप लगाए?
प्रसन्ना शंकर ने X पर पोस्ट करते हुए कहा, "मेरी पत्नी धिव्या और मेरी शादी 10 साल चली थी और हमारा एक 9 साल का बेटा है. हाल ही में हमारा रिश्ता तब टूट गया जब मुझे पता चला कि वह पिछले 6 महीने से अनूप के साथ प्रेम में है." उन्होंने दावा किया कि ये स्क्रीनशॉट्स उन्हें अनूप की पत्नी ने भेजे थे, जिनमें धिव्या के होटल बुकिंग और अनूप के लिए "XL साइज कंडोम" खरीदने का संदेश था.
Anoop's wife sent me the message my wife had sent Anoop and hotel bookings she made for him. pic.twitter.com/0gs1mMBc6d
— Prasanna S (@myprasanna) March 23, 2025
इन पोस्ट्स के कारण प्रसन्ना शंकर को सोशल मीडिया पर लोगों का समर्थन मिला और कई लोग उनके खिलाफ उनकी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे, खासकर कस्टडी मामले में.
हालांकि, शशिधर ने एक इंटरव्यू में इस पूरे मामले का दूसरा पक्ष सामने रखा. उन्होंने The San Francisco Standard से बातचीत में कहा कि उनके पति ने बच्चे के जन्म के तुरंत बाद उनके साथ यौन संबंध बनाने के लिए दबाव डाला और यदि उन्होंने मना किया तो उन्हें धोखा देने की धमकी दी. धिव्या ने आरोप लगाया कि प्रसन्ना ने उन्हें अपने रिश्ते में और पार्टनर्स को शामिल करने के लिए मजबूर किया, उनके घर में गुप्त कैमरे लगाए और वे सेक्स वर्कर्स का इस्तेमाल करते थे. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि प्रसन्ना ने उन्हें और उनके बेटे को दुनिया भर में घुमाया ताकि वह टैक्स से बच सके और वे कानूनों को Manipulate कर सकें, ताकि तलाक के बाद धिव्या को सही मुआवजा ना मिले.
कोर्ट ने क्या कहा?
धिव्या ने शंकर के द्वारा आरोपित अफेयर के स्क्रीनशॉट्स को फर्जी बताया और कोर्ट में उनके वकील ने कहा कि उनका अफेयर "भावनात्मक" था, न कि "यौन". The San Francisco Standard ने सालों के कोर्ट रिकॉर्ड, टेक्स्ट एक्सचेंजेस, ईमेल्स और अन्य सबूतों की समीक्षा की, जो धिव्या के दावों का समर्थन करते हैं.