Crime News: एक टेक कंपनी के सीईओ का उसके पर्सनल असिटेंट ने ही गला रेत कर मार डाला. उसने खुद ही इस बात का खुलासा किया है. उसने अपने गुनाहों को छुपाने के लिए अपने बॉस को मौत के घाट उतार दिया. दरअसल, आरोपी ने कंपनी से करोड़ों रुपये की चोरी की थी. वो नहीं चाहता था कि चोरी की बात उसकी गर्लफ्रेंड को पता चला. उसे डर था कि अगर सीईओ जिंदा रहा तो उसके काले कारनामों की सच्चाई उसके गर्लफ्रेंड को बता देगा. इसलिए उसने अपने बॉस को रास्ते से हटा दिया.
आरोपी का नाम टायरेस हस्पिल है. उसकी उम्र 25 साल है. वहीं, सीईओ का नाम फहीम सलेहा था, जिसकी उम्र 33 साल थी. फहीम नाइजीरिया बेस्ड मोटरबाइक स्टार्टअप गोकाडा के सीईओ थे.
टायरेस ने पुलिस को बताया कि वह नहीं चाहता था कि उसकी फ्रेंच गर्लफ्रेंड मरीन चावुज को पता चले नहीं तो वह उसे छोड़कर चली जाएगी. इसलिए उसने अपनी चोरी की बात छिपाने के लिए कत्ल किया.
टायरेस के वकील ने कोर्ट में बताया कि टायरेस ने अपार्टमेंट में जबरदस्ती घुसकर सीईओ को टेजर से मारा और फिर चाकू घोंपकर उसकी हत्या कर दी. वकील ने कोर्ट को यह समझाने की कोशिश की उसका मुवक्किल अत्यधिक भावनात्मक अशांति से पीड़ित था, जिसके कारण उसने हत्या की. उसे चिंता थी कि अगर उसकी गर्लफ्रेंड को पता चल गया कि उसने 400,000 डॉलर (करीब 3 करोड़ 35 लाख रुपये) चुराए हैं तो वह उसे छोड़ देगी.
न्यू यार्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक टायरेस ने बताया कि उसके पास दो रास्ते थे या तो वो आत्महत्या कर ले या फिर वो सीईओ को मार दे. उसने खुद को मारने की बजाए अपने बॉस को मारने का रास्ता चुना.
सीईओ सलेह को 2020 में पता चला था कि उसका पीए कॉर्पोरेट अकाउंट से पैसे चुराता है. साल 2020 में कार्पोट से 90 हजार डॉलर गायब हुए थे. सलेह को पता था इसके बावजूद उसने टायरस पर किसी भी प्रकार की कोई दंडात्मक कार्रवाई करने की बजाए उससे पैसे देने को कहा.
इसके बावजूद टायरेस कार्पोट अकाउंट से पैसा चुराता रहा. उसने पैसे देने की बजाए पैसे चुराना जारी रखा. इन सबके बीच वह खुद को इन सबसे बचाने की योजना पर काम भी कर रहा था.
वहां के आसपास के लोगों ने NYT को बताया कि टायरेस हस्पिल ने हत्या के बाद साफ-सफाई के लिए सामान खरीदने के लिए वेस्ट 23वीं स्ट्रीट पर होम डिपो तक आने-जाने के लिए सलेह के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया था.