'भगवान हर जगह है, इसलिए OYO भी है', ओयो के विज्ञापन पर मचा बवाल तो कंपनी को देनी पड़ी सफाई
OYO Controversial Advertisement: OYO विज्ञापन के कारण विवादों में घिर गई. विवाद बढ़ने पर कंपनी को सफाई देनी पड़ी. सफाई में उसने कहा कि उसका किसी की धार्मिक भावनाओं को आहात करने का कोई ईरादा नहीं बल्कि वह तो धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती है.
OYO Controversial Advertisement : होटल सेवाओं के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी OYO ने एक विज्ञापन जारी किया था, जिसने विवाद पैदा कर दिया. इस विज्ञापन में एक वाक्य था, "भगवान हर जगह है, और ओयो भी है," जो कई लोगों को आपत्ति का कारण बना. इसके बाद कंपनी को एक आधिकारिक बयान जारी कर यह स्पष्ट करना पड़ा कि उसका उद्देश्य धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि भारत में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना था.
विज्ञापन पर उठे सवाल
OYO के इस विज्ञापन में कंपनी ने प्रमुख तीर्थस्थलों जैसे कि अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, अजमेर, अमृतसर, शिरडी, और उज्जैन आदि का उल्लेख किया था. विज्ञापन में यह संदेश दिया गया था कि ओयो की सेवाएँ इन धार्मिक स्थलों पर भी उपलब्ध हैं. इस विज्ञापन में "भगवान हर जगह है, और ओयो भी है" वाक्य का उपयोग किया गया, जो कुछ यूज़र्स को आपत्तिजनक लगा. कई लोगों ने इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर उठाया और कंपनी के खिलाफ प्रतिक्रिया दी.
ओयो की सफाई
विवाद के बाद ओयो ने अपने विज्ञापन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य सिर्फ भारत में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना था, न कि किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना. कंपनी ने अपने बयान में कहा, "हमारा इरादा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना था और हम इस क्षेत्र के महत्व को समझते हुए इसका प्रचार करना चाहते थे."
कंपनी ने यह भी कहा कि वे भारत की धार्मिक विविधताओं और विश्वासों का सम्मान करते हैं और भारतीय संस्कृति की समृद्ध आध्यात्मिक परंपराओं का जश्न मनाते हैं. OYO ने यह स्पष्ट किया कि यह विज्ञापन केवल यह बताने के लिए था कि कंपनी भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में अपनी सेवाएं प्रदान करती है और श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाने के लिए वे नए होटल जोड़ने का काम कर रहे हैं.
OYO ने यह भी बताया कि जैसे-जैसे अधिक नागरिक धार्मिक पर्यटन की ओर बढ़ रहे हैं, कंपनी का उद्देश्य इस यात्रा को और भी बेहतर बनाना है. इसके तहत ओयो ने 2025 के अंत तक 12 प्रमुख तीर्थस्थलों पर 500 नए होटल खोलने की योजना बनाई है, ताकि श्रद्धालुओं को आरामदायक और सुविधाजनक सेवाएँ मिल सकें.