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ओडिशा की कोमल पांडा ने जीता जेम्स डायसन पुरस्कार, डायबिटीज मरीजों के लिए किया ये गजब का आविष्कार

Komal Panda: भारत देश में टैलेंट की बिल्कुल भी कमी नहीं है. हाल ही में ओडिशा स्थित इंवेंटर कोमल पांडा को मधुमेह (diabetes) रोगियों के लिए खास चीज डिजाइन की है. इसके लिए कोमल पांडा को जेम्स डायसन पुरस्कार 2024 के लिए भारत का राष्ट्रीय विजेता घोषित किया गया है. इस इंवेंशन का नाम नोवोकैरी है.

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Edited By: India Daily Live
James Dyson Award 2024
Courtesy: Twitter

James Dyson Award 2024: भारत देश में टैलेंट की बिल्कुल भी कमी नहीं है. हाल ही में ओडिशा स्थित इंवेंटर कोमल पांडा को मधुमेह (diabetes) रोगियों के लिए खास चीज डिजाइन की है. इसके लिए कोमल पांडा को जेम्स डायसन पुरस्कार 2024 के लिए भारत का राष्ट्रीय विजेता घोषित किया गया है. इस इंवेंशन का नाम नोवोकैरी है. Novocarry एक पोर्टेबल कूलिंग कैरियर है जो इंसुलिन और बाकी लिक्विड मेडिकेशन को सही तापमान में रखने में मदद करता है. 

नोवोकैरी लंबे सफर के दौरान और जहां कम बिजली आती है उन जगहों के लिए परफेक्ट साबित हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  कोमल को इस इंवेंशन के लिए लगभग ₹5 लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी. डायसन के सीनियर डिजाइन मैनेजर नाथन लॉसन मैकलीन ने कहा कि इस साल भारत के participants को लेकर काफी खुश है जिसमें कोमल पांडा की नोवोकैरी जैसी शानदार इंवेंशन शामिल हैं. 

कोमल ने जाहिर की खुशी

जेम्स डायसन पुरस्कार 2024 अपने नाम करने के बाद कोमल ने अपनी खुशी व्यक्त की और कहा कि वह अपने पिता के रोजाना संघर्ष को देखने के बाद नोवोकैरी बनाने का फैसला लिया. कोमल ने आगे कहा, "मेरा लक्ष्य एक ऐसा समाधान तैयार करना था जो उन लोगों के लिए स्वतंत्रता और मन की शांति को बढ़ावा दे जिन्हें refrigeration वाली दवाओं की जरूरत होती है."

फैसला करना था मुश्किल

आईआईटी दिल्ली में सेंटर फॉर एटमॉस्फेरिक साइंसेज के इंस्टीट्यूट चेयर प्रोफेसर सागनिक डे ने कहा कि जेम्स डायसन पुरस्कार प्रविष्टियों के 2024 संस्करण को जज करना प्रेरणादायक और चुनौतीपूर्ण दोनों था. उन्होंने कहा, "हर एक आइडिया आम दुनिया के मुद्दों पर बेस्ड था.