इस जगह पर हर दिन निकल रहा है 5 लाख का सोना, जानिए कैसे हो रहा है ये चमत्कार!
अगर आपको हर रोज 5 लाख रुपए तक का असली सोना चाहिए तो आपको अंटार्कटिका जाना होगा. यहां एक ज्वालामुखी हर रोज 80 ग्राम असली सोना उगल रहा है.
पूरी दुनिया में सोने के दामों में आग लगी हुई है लेकिन अंटार्कटिका में इस वक्त सोने की बारिश हो रही है. अगर आपको हर रोज लाखों रुपए का सोना मुफ्त में चाहिए तो आपको अभी अंटार्कटिका चला जाना चाहिए. जी हां... IFL साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, माउंट एरेबस (Mount Erebus), जो दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है, हर दिन अंटार्कटिका की हवाओं में करीब 80 ग्राम सोना छोड़ रहा है. इस 80 ग्राम सोने की कीमत 6000 डॉलर (5,000,00) बैठती है.
माउंट एरेबस के बारे में
साल 2017 में हुई एक स्टडी के मुताबिक, अंटार्कटिका में कुल 138 ज्वालामुखी हैं जिनमें से केवल 8-9 ज्वालामुखी सक्रिय हैं. माउंट एरेबस इन्हीं सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है. ऐसा माना जाता है कि कैप्टन सर जेम्स क्लार्क रोस ने 1841 में जब पहली बार इसकी खोज की थी तब यह फट रहा था.
कैसे पड़ा एरेबस नाम
ग्रीक पौराणिक कथाओं में पाताल लोक के अंधकारमय क्षेत्र को एरेबस कहा जाता है. यह ज्वालामुखी धरती के सबसे दक्षिण में स्थित सक्रिय ज्वालामुखी है. यह ज्वालामुखी रोस महाद्वीप पर स्थित है जिसकी लंबाई 12,448 फीट है. जब अंटार्कटिका पर हाड़ जमा देने वाली ठंड पड़ती है, तब यह एक्टिव ज्वालामुखी थोड़ी सी गर्मी देने का काम करता है.
ज्वालामुखी के शिखर क्रेटर पर बहली है लावा झील
हर रोज लाखों का सोना उगलने के अलावा इस ज्वालामुखी की एक और विशेषता है. ज्वालामुखी के शिखर क्रेटर पर एक लावा की झील है. अंतरिक्ष से ली गई तस्वीरों में यह लावा की झील लाल रंग की नजर आती है. एरेबस दुनिया के उन चुनिंदा ज्वालामुखियों में से एक है जिनके पास इस तरह की लावा झील है. इस ज्वालामुखी से हर रोज सोने के छोटे-छोटे टुकड़े निकलते हैं. इसके अलावा यह गैस और भाप भी छोड़ता है.
अतीत में फेंकता था 'वॉल्केनो बॉम्ब'
अतीत में यह ज्वालामुखी आंशिक रूप से पिघली हुई चट्टानों को बाहर फेंकता था जिन्हें 'वॉल्केनो बॉम्ब्स' ज्वालामखीय बम कहा जाता है. नासा के मुताबिक, यह ज्वालामुखी एक परत के एक पतले टुकड़े के ऊपर स्थित है, इसलिए पिखली हुई चट्टान पृथ्वी के आंतरिक भाग से अधिक आसानी से ऊपर उठती हैं. यह ज्वालामुखी नियमित रूप से गैस और भाप फेंकता है और कभी-कभी वॉल्केनो बम उगलता है.
लेकिन इसका सबसे मजेदार पहलू है गोल्ड क्रिस्टल्स (सोने के टुकड़े). ज्वालामुखी से हर रोज करीब 80 ग्राम सोने के टुकड़े बाहर निकलते हैं. ये सोने के टुकड़े 20 माइक्रोमीटर से ज्यादा नहीं होती.
1000 किमी दूर तक जाती है सोने की धूल
IFL साइंस के मुताबिक, यह सोने की धूल ज्वालामुखी से निकलने के बाद काफी दूर तक जाती है. वैज्ञानिकों को ज्वालामुखी से 1000 किलोमीटर दूर तक सोने के टुकड़े मिले हैं.