UPI Payments Scam: डिजिटल भुगतान की दुनिया में UPI ने क्रांति ला दी है, लेकिन इसके साथ ही धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. ठग अब नए-नए हथकंडे अपनाकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं. ऐसा ही एक ताजा तरीका है 'पिता का दोस्त' बनकर ठगी करना.
इस घोटाले में स्कैमर पीड़ित के पिता का दोस्त होने का दावा करते हैं और भरोसा जीतकर पैसे या जानकारी हासिल कर लेते हैं. लेकिन हाल ही में एक वायरल वीडियो ने एक स्मार्ट लड़की की सूझबूझ को सामने लाकर सभी को हैरान कर दिया है.
Kalesh prevented by girl while talking to Scammer pic.twitter.com/d8sNRwjASy
— Ghar Ke Kalesh (@gharkekalesh) April 13, 2025
'पिता का दोस्त' बनकर ठगी का नया तरीका
इस नए घोटाले में स्कैमर किसी व्यक्ति को फोन करते हैं और दावा करते हैं कि वे उनके पिता के दोस्त हैं. भरोसा जीतने के लिए वे छोटी-छोटी राशि UPI के जरिए भेजते हैं और फिर बड़ी रकम भेजने का वादा करते हैं. इसके बाद वे पीड़ित से पैसे वापस करने या अन्य जानकारी मांगते हैं. कई लोग इस झांसे में आकर ठगी का शिकार हो जाते हैं. लेकिन इस बार कहानी कुछ और थी.
वायरल वीडियो में लड़की की चतुराई
एक वायरल वीडियो में एक लड़की को स्कैमर के साथ बातचीत करते देखा गया, जो खुद को उसके पिता का दोस्त बता रहा था. स्कैमर ने दावा किया कि वह UPI के जरिए उसके खाते में 12,000 रुपये भेजेगा. लड़की ने जवाब दिया, "मुझे तो नहीं पता. पापा ने मुझे कुछ नहीं बताया." स्कैमर ने कहा, "वो बिजी होंगे." फिर उसने पहले 10 रुपये भेजे. जैसे ही लड़की की स्क्रीन पर नोटिफिकेशन आया, वह तुरंत समझ गई कि यह फर्जी है.
इसके बाद स्कैमर ने 10,000 रुपये भेजने की बात की, लेकिन कहा कि उसने गलती से 20,000 रुपये भेज दिए और लड़की को 18,000 रुपये वापस करने को कहा. उसने एक नंबर पढ़कर सुनाया, जिस पर पैसे भेजने थे. लेकिन लड़की ने चतुराई दिखाते हुए उसी बैंक मैसेज को एडिट कर 18,000 रुपये के साथ स्कैमर को भेज दिया. यह देखकर स्कैमर हैरान रह गया और बोला, "मिल गए पैसे। मान गया मैं आपको, बेटा."
सोशल मीडिया पर तारीफों का दौर
यह वीडियो एक्स यूजर 'घर के कलेश' ने शेयर किया, जिसे 329.6K से ज्यादा बार देखा जा चुका है. कमेंट सेक्शन में यूजर्स ने लड़की की समझदारी की जमकर तारीफ की. एक यूजर ने लिखा, "शानदार आईक्यू वाली बहुत स्मार्ट लड़की." दूसरे ने कहा, "मेरे साथ भी यही हुआ, मुझसे पैसे वापस मांगे तो मैंने फोन ही पिक नहीं किया, ब्लॉक कर डाला था स्कैमर को." तीसरे यूजर ने टिप्पणी की, "यह बहुत अच्छी सूझबूझ थी.'