Viral video: प्राइवेट स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा ट्यूशन फीस, किताबों, यूनिफॉर्म और अन्य एक्टिविटीज़ के नाम पर मोटी रकम वसूलने का मुद्दा लंबे समय से चर्चा में है. हाल ही में इंटरनेट पर एक वायरल वीडियो ने इस बहस को फिर से हवा दी है. इस वीडियो में एक शख्स ने स्कूलों द्वारा पाठ्यपुस्तकों की जरुरत से ज्यादा कीमत वसूलने पर तंज कसा है और स्कूलों को 'शॉपिंग मॉल' की संज्ञा दी है.
वीडियो में शख्स बताता हैं कि उन्होंने कक्षा 5 की किताबों के लिए करीब 6,000 रुपये खर्च किया है. वे नाराजगी जाहिर करते हुए कहता हैं कि इन किताबों की कीमतें न सिर्फ माता-पिता की जेब पर भारी पड़ती हैं, बल्कि बच्चों के स्कूल बैग का वजन भी बढ़ाती है. वे नई शिक्षा नीति का हवाला देते हुए सवाल उठाते हैं कि जब 'एक राष्ट्र, एक कक्षा, एक पाठ्यक्रम' की बात हो रही है, तो प्राइवेट स्कूल इतनी महंगी किताबें क्यों बेच रहे हैं?
Teacher : aapko Saari cheeze school se hi leni hogi, jaise books, uniform, shoes, socks, belt.
— Mohini Of Investing (@MohiniWealth) April 3, 2025
Father : aur education?
Teacher : uske liye aap bahar tuition laga lena. 👍 pic.twitter.com/u4aLYFBmUa
इतनी महंगी हैं कक्षा 5 के बच्चों की किताबें
उन्होंने तंज कस्ते हुए प्राइवेट स्कूलों पर हमला बोलते हुए कहा, "आज मैं कक्षा 5 के स्टूडेंट की बुक्स लेकर आया हूं. इन किताबों की खास बात क्या है? इनके कवर पेज चांदी के बने होंगे! अगर नहीं, तो शायद इनके अंदर की चांदी से बनी तस्वीरें इन्हें इतना महंगा बनाती हैं, या हो सकता है कि जैसे ही कोई बच्चा इन्हें छूता है, सारी सामग्री जादुई तरीके से उसके दिमाग में बैठ जाती है! लेकिन अगर इनमें से कुछ भी सच नहीं है, तो इन पुस्तकों की कीमत 5000-6000 रुपये क्यों हैं?'
सोशल मीडिया पर बहस
इस वीडियो को एक्स यूजर 'मोहिनी ऑफ इन्वेस्टिंग' ने शेयर किया है. पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "स्कूल का प्रशासन कहता है आपको सारी चीज स्कूल से ही लेनी होगी, जैसी किताबें, यूनिफॉर्म, जूते, मोजे, बेल्ट। इसपर पिता पूछता है और पढ़ाई? टीचर जवाब देता है उसके लिए आप बाहर ट्यूशन लगा लेना.' इस पोस्ट को 108.3K से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
यूजर्स ने जमकर किया कमेंट
कमेंट सेक्शन में कई यूजर्स ने अपनी राय रख रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, "यह बहुत बुरा है! स्कूल शॉपिंग मॉल में बदल रहे हैं. सब कुछ यहां से खरीदें, लेकिन शिक्षा के लिए कहीं और जाएं. दूसरे यूजर ने कहा, "और ये सिर्फ किताबे हैं, नोटबुक भी स्कूल से ही खरीदनी होंगी और उनकी कीमत 5 हजार और होगी.