Mainpuri: सम्पूर्ण समाधान दिवस में विधवा महिला और बेटी को डीएम अंजनी कुमार सिंह के आदेश पर जेल भेजा गया है. वजह-तेज आवाज में बोलना बताया जा रहा है. मीडिया में ये मामला वायरल है लेकिन जिलाधिकारी के खिलाफ सरकार ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया. इसको लेकर लोग उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को जमकर कोस रहे हैं.
बताया जा रहा है कि महिला कलेक्टर ऑफिस के चक्कर लगाकर परेशान हो चुकी थी. लिहाजा उसने अपनी समस्या पर जोर दिया तो डीएम अंजनी सिंह को अपना पद, रसूख और अहंकार सवार हो गया. डीएम अंजनी कुमार सिंह को बेहद नागवार गुजरा की वो जिलाधीश हैं और किसी समस्या को लेकर उनसे कोई फरियादी ऊंची आवाज में कैसे बात करेगा. विधवा महिला और उसकी बेटी को पुलिस पकड़ ले गई. ऐसे में सम्पूर्ण समाधान दिवस फरियादी के लिए जेल दिवस बन गया.
मैनपुरी के जिलाधिकारी ने ऊंची आवाज में बात करने पर एक महिला फरियादी और उसकी बेटी को जेल भेजने का हुक्म दे दिया।
— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) December 7, 2024
मीडिया में ये मामला वायरल है लेकिन जिलाधिकारी के खिलाफ सरकार ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया...
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जमीन विवाद से जुड़ा है मामला
दरअसल, मैनपुरी के थाना किशनी में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया था. इस दौरान एक विधवा महिला अपनी बेटी के साथ भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत लेकर पहुंची. शिकायत के दौरान महिला और डीएम के बीच बहस हो गई. डीएम के आदेश पर पुलिस ने महिला और उसकी बेटी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. यह घटना समाधान दिवस में अधिकारियों और फरियादियों के बीच बिगड़ते संवाद का उदाहरण बन गई है.
फरियादी को नहीं मिला न्याय
इस घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया है, जिसके बाद यह घटना उत्तर प्रदेश की सुर्खी बन गई है. लोग कह रहे हैं कि जनता समाधान दिवस पर न्याय की उम्मीद लेकर पहुंचती है और उसके साथ ही अन्याय हो गया.