1,25,000 सुपारी और तैयार हो गए महाकाल वन के युवराज, मन मोह लेगी गणपति की ये तस्वीर

Ganesh Chaturthi: भगवान शिव के लाडले बेटे हैं भगवान गणेश. उन्हें मंगल का देवता कहते हैं. उनका एक नाम प्रथमेश है. गणपत्ति बप्पा, घर-घर में विराजे हैं. गणेशोत्सव चल रहा है. घर-घर में भगवान गणेश के भजन गाए जाए हैं. महाकाल की नगरी में राजकुमार कहे जाने वाले भगवान गणेश की ये मूर्ति सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

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भगवान महाकाल के राजकुमार का नाम क्या है. लोग कहेंगे कि कौन उनका नाम न जाने, जिसकी भक्ति दुनिया माने. महाकाल वन के राजकुमार, उज्जैन के लला भगवान गणेश की एक भक्त ने ऐसी प्रतिमा बनवाई है, जिसे देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए हैं. उज्जैन में 1,25,000 सुपारियों को जोड़कर भगवान की ऐसी विशाल प्रतिमा बनाई गई है, जिसे देखकर आपकी नजरें नहीं हटेंगी. 

भगवान गणेश, विराट रूप में नजर आ रहे हैं. उनकी आंखें ऐसी सम्मोहक लग रही हैं कि जैसे सजीव हों. भगवान गणेश की ये प्रतिमा, मध्य प्रदेश में महाकाल के शहर कहे जाने वाले 'उज्जैन' में बनी है. जो भी इस मूर्ति को देख रहा है, बिना तारीफ किए नहीं रह पा रहा है.

125000 सुपारी से तैयार हुए हैं गजानन

भगवान गणेश को तैयार करने में मूर्तिकार ने जान झोंक दी है. 1,25,000 सुपारी से निर्मत यह प्रतिमा देखने से ही भव्य लग रही है. मूर्ति का आकार इतना विशाल है कि आपके निगाहें नहीं हटेंगी. महाकाल के युवराज का मुकुट पीली पगड़ी से तैयार किया गया है. सुंदर आखें बनी हैं. भगवान गणेश, अपनी अभय मुद्रा में नजर आ रहे हैं. 

घर-घर विराजे हैं गजानन

भगवान गणेश का महापर्व 'गणपति उत्सव' की देश में धूम है. घर-घर गजानन विराजे हैं, जिन्हें देखकर भक्त निहाल हैं. भगवान को प्रसन्न करने के लिए भक्त, उन्हें तरह-तरह के आभूषणों से सजा रहे हैं. महाराष्ट्र, दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश तक, उनकी प्रतिमाएं बनाई गई हैं.

कब तक विराजेंगे गणपति बप्पा?

भगवान गणेश, भक्तों के घर में 6 सितंबर को विराजे हैं. वे 17 सितंबर तक, भक्तों के सानिध्य में रहेंगे. 17 सितंबर को ही भगवान गणपति का विसर्जन होगा और वे अपने लोक लौट जाएंगे. भगवान गणेश को मोदक अति प्रिय हैं. भक्त उन्हें लड्डू चढ़ाते हैं. कुछ जगहों पर मोदक से भी भगवान गणेश को तैयार किया गया है.