US-China trade war: लग्जरी बैग्स की दुनिया में बर्किन बैग्स का नाम हमेशा सुर्खियों में रहता है. चाहे बॉलीवुड की चकाचौंध हो या हॉलीवुड की ग्लैमरस दुनिया, बर्किन बैग्स (Birkin Bag) हर जगह अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराते हैं. करीना कपूर खान, कंगना रनौत और नोरा फतेही जैसी मशहूर हस्तियां अक्सर इस बैग के साथ पैपराजी की तस्वीरों में नजर आती हैं. लेकिन अब खबर है कि इन बर्किन बैग्स की कीमतों में भारी गिरावट आई है, जिसने फैशन प्रेमियों को हैरान कर दिया है. आइए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं.
हाल ही में सामने आई जानकारी के अनुसार, बर्किन बैग्स की कीमतों में कमी देखने को मिल रही है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियोज बताते हैं कि बर्किन और लुई वितों जैसे लग्जरी ब्रांड्स के लिए बनाए जाने वाले उच्च गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट्स अब सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाए जा रहे हैं. एक बर्किन बैग सप्लायर ने खुलासा किया, “34,000 डॉलर यानी 29,23,320 रुपये में बिकने वाले बर्किन बैग की लागत केवल 1,400 डॉलर यानी 1,20,372 रुपये है.” इस वजह से ये बैग्स अब बेहद किफायती दामों पर उपलब्ध हैं.
The real cost of #Birkin bag and what you are really paying for.🤦♂️ pic.twitter.com/WQTHFL2jKD
— Humanbydesign (@Humanbydesign3) April 13, 2025
चीनी निर्माताओं की नई रणनीति
सप्लायर्स के मुताबिक, “90 प्रतिशत से ज्यादा पैसा सिर्फ ब्रांड के लोगो का लिया जाता है. अगर बिना ब्रांड के लोगो की परवाह किए वही ब्रांडेड क्वालिटी और वही मटीरियल वाली चीजें चाहिए तो सीधा हमसे खरीद सकते हैं.” अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ नियमों के जवाब में चीनी निर्माताओं ने फैक्टरी से सीधे उपभोक्ताओं तक सामान पहुंचाने की रणनीति अपनाई है. इस पहल के तहत न केवल बर्किन बैग्स, बल्कि कपड़े और कॉस्मेटिक्स जैसे अन्य लग्जरी प्रोडक्ट्स भी सस्ते दामों पर बेचे जा रहे हैं. उदाहरण के लिए, लुलुलेमोन ब्रांड की 100 डॉलर की चीजें अब केवल 5 से 6 डॉलर में उपलब्ध हैं.
China is definitely having their moment… The tea is steaming hot 🥵 pic.twitter.com/5OAYHeo5NG
— Meidas_Charise Lee (@charise_lee) April 12, 2025
टिकटॉक पर वायरल वीडियोज का प्रभाव
चीन की टिकटॉक वीडियोज ने इस बदलाव को और हवा दी है. एक वायरल वीडियो में बर्केनस्टॉक फुटवियर बनाने वाले निर्माता ने बताया कि वे अपने प्रोडक्ट्स सीधे उपभोक्ताओं को बेच रहे हैं. वीडियो के कैप्शन में लिखा गया, “चीनी निर्माता अमेरिकी लोगों को डायरेक्ट अपने प्रोडक्ट्स बेचने की कोशिश कर रहे हैं. अगर इसपर इंपोर्ट टैरिफ भी लगाया जाए और शिपिंग चार्जेस भी दिए जाएं तब भी दाम अमेरिकी कॉर्पोरेशन के दामों से बहुत ज्यादा कम हैं.” यह ट्रेंड तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित कर रहा है.