Kuno National Park: मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क के पास एक वन विभाग के ड्राइवर का वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया है. इस वीडियो में वह शख्स प्यासे चीतों को पानी पिलाते नजर आ रहा है. इस घटना को कुछ लोग सह-अस्तित्व का भावुक उदाहरण मान रहे हैं, लेकिन इस नेक काम ने ड्राइवर को मुश्किल में डाल दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीडियो वायरल होने के बाद उसे नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया.
वीकेंड पर सामने आए इस वीडियो में चीतों का एक परिवार पेड़ की छाया में आराम करता दिख रहा है. इस बीच वन विभाग का ड्राइवर सत्यनारायण गुर्जर पानी कैन लेकर सावधानी से उनके पास पहुंचता है. चीतों से कुछ फीट की दूरी पर रुककर उसने एक स्टील की प्लेट में पानी डाला. पीछे से आवाज आई, "आओ, आओ।" चीते उठे और प्लेट से पानी पीने लगे.
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— Jaipal Reddy (@zaipalreddy) April 6, 2025
सह-अस्तित्व या खतरा?
यह घटना चीता ज्वाला और उसके चार शावकों पर ग्रामीणों द्वारा पत्थर फेंके जाने के दो हफ्ते बाद हुई है. कई लोगों ने इसे मानव-वन्यजीव सह-अस्तित्व का सुंदर पल बताया. लेकिन वन विभाग ने इसे गंभीरता से लिया और गुर्जर को निलंबित कर दिया. अधिकारियों को चिंता है कि चीते इंसानों के करीब आने से बस्तियों में घुस सकते हैं.
वन विभाग का रुख
इस मामले पर वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "पानी देने का हालिया कार्य बढ़ती समझ और व्यवहार में बदलाव का प्रतीक है. ग्रामीणों ने, शायद यह महसूस किया कि चीते स्वाभाविक रूप से कोई खतरा नहीं थे, बल्कि वे इस क्षेत्र के प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा थे. इसलिए इस बार स्थिति को अलग तरीके से देखने का फैसला किया. लेकिन फिर भी, हम नहीं चाहेंगे कि वे इतने करीब आएं और इस तरह का कोई बंधन विकसित करें."