आज देश की पुरानी संसद (अब संविधान सदन) के सेंट्रल हॉल में एनडीए के घटक दलों की बैठक हुई. इस बैठक में नरेंद्र मोदी को NDA का नेता चुना गया. इसके बाद एनडीए ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, एकनाथ शिंदे और चिराग पासवान जैसे नेताओं ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के प्रस्ताव का समर्थन किया. इस दौरान जयंत चौधरी के साथ कुछ ऐसा हुआ है कि अब विपक्ष के नेता भी उनके समर्थन में उतर आए हैं. विपक्षी नेता कह रहे हैं कि जयंत चौधरी को जानबूझकर अपमानित किया जा रहा है और उनसे कम सांसदों की पार्टी वाले नेताओं को तवज्जो दी जा रही है.
दरअसल, सेंट्रल हॉल में जुटे एनडीए सांसदों के अलावा कई पार्टियों के नेता मौजूद थे. सामने कुल 13 कुर्सियां लगाई गई थीं. बीचोंबीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठे थे. उनके एक तरफ चंद्रबाबू नायडू तो दूसरी तरफ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को जगह मिली. इन तीनों के अलावा, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे, चिराग पासवान, राजनाथ सिंह, अमित शाह, अजित पवार, एच डी कुमारस्वामी, पवन कल्याण, जीतन राम मांझी और अनुप्रिया पटेल को भी मंच पर जगह मिली.
इस मीटिंग के बाद अचानक जयंत चौधरी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गए. इस बारे में सपा के नेता आई पी सिंह ने ट्वीट किया, 'जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं दी गई. उन्हें नीचे बिठाया गया जबकि एक सीट वाली अनुप्रिया पटेल, एक सीट वाले अजीत पवार, जीतन मांझी सबको जगह मिली मंच पर लेकिन जयंत चौधरी की मंच पर नहीं दी गई जगह. यह तो घोर अपमान है, किसान नेता रहे देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी के पोते की.'
श्री जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं दी गयी।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) June 7, 2024
उन्हें नीचे बिठाया गया जबकि एक सीट वाली अनुप्रिया पटेल, एक सीट वाले अजीत पवार, जीतन मांझी सबको जगह मिली मंच पर।
लेकिन जयंत चौधरी की मंच पर नहीं दी गयी जगह।
यह तो घोर अपमान है किसान नेता रहे देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी… pic.twitter.com/M0mvs2Kp2L
इसी मामले पर कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा, 'आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी को एनडीए की बैठक में मंच पर जगह नहीं देना उनका अपमान है, इसलिए उन्हें एनडीए गठबंधन छोड़कर इंडिया गठबंधन की ओर आ जाना चाहिए.' अब इसी को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर सवाल उठाए जा रहे हैं. लोग पूछ रहे हैं कि आखिर जयंत चौधरी को मंच पर जगह क्यों नहीं दी गई जबकि उनके पास सांसदों और विधायकों की संख्या भी ठीक-ठाक है.
एक सांसद वाले अनुप्रिया पटेल और जीतन राम मांझी मंच पर और दो सांसद वाले जयंत चौधरी नीचे 🤔
— 🇮🇳 Vishal JyotiDev Agarwal 🇮🇳 (@JyotiDevSpeaks) June 7, 2024
बहुत नाइंसाफी है 🤣🤣#NDA #narendra_modi pic.twitter.com/3SMacZBvD0
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जयंत चौधरी आरएलडी INDIA गठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल हो चुकी थी. उनके एनडीए में जाने से पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी की 6 सीटें आरएलडी को देने का ऐलान कर दिया था. हालांकि, पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के बाद जयंत चौधरी ने औपचारिक तौर पर एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया था.