Iranian Woman Arrest: ईरान की एक महिला को बिना हिजाब के पब्लिक प्लेस पर गाना गाने के लिए अरेस्ट किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये गिरफ्तारी ईरान में अनिवार्य हिजाब कानून को नहीं मानने के लिए की गई है. महिला जब गाना गा रही थी, तब उसके सिर पर हिजाब नहीं था. महिला को गिरफ्तार किए जाने के बाद कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई की आलोचना की है.
महिला की पहचान जारा एस्मैइली के रूप में हुई है, जो तेहरान की सड़कों पर गाना गाती हैं. एक महीने पहले उन्होंने 2006 में हिट हुए एक गाने को गा रही थी. इस दौरान उनका वीडियो किसी ने बनाया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. वीडियो के वायरल होने के बाद जारा एस्मैइली को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया. जारा की गिरफ्तारी की खबर के बाद उनका परिवार हताश हो गया.
ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी सिंगर और बर्लिन स्थित राइट टू सिंग कैम्पेन के संस्थापक फ़रावाज़ फ़रवरदीन ने जारा की गिरफ्तारी की निंदा की है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि जारा सार्वजनिक रूप से गाने के अपराध में तेहरान सेंट्रल डिटेंशन सेंटर (फ़शफ़ौह) में कैद है. उन्होंने दावा किया कि जारा पर पुलिस की ओर से ईरान के बाहर संगीतकारों के साथ संबंध स्वीकार करने का दबाव है.
फरवाज ने आगे कहा कि ज़ारा की 'बोल्डनेस मुझे खुद की और ईरान में मेरी नजरबंदी के उन डरावने दिनों की याद दिलाती है. विदेश में रहने वाले अन्य ईरानी कार्यकर्ता अपने पोस्ट में हैशटैग '#FreeZara' का यूज किया. ये गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब ईरानी पुलिस की ओर से 'महिला, जीवन, स्वतंत्रता' आंदोलन के बीच महिलाओं के चयन के अधिकार पर अंकुश लगाने के लिए एक नई योजना की घोषणा की है, जिसकी शुरुआत 2022 में महसा अमिनी की हत्या के साथ हुई थी. इस साल की शुरुआत में ईरान ने घोषणा की थी कि स्कूलों और एजुकेशन सेंटर्स पर विशेष ध्यान देते हुए 'हिजाब की संस्कृति को बढ़ावा देने' के लिए 1500 'मिशनरियों' को ट्रेंड करेगा.
मेट्रो की रिपोर्ट के मुताबिक, जारा एस्मैइली को मेट्रो ट्रेन और पार्कों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर बिना हिजाब के गाना गाने के लिए जाना जाता है. माना जाता है कि जारा ऐसा कर इस्लामी देशों के दमनकारी कानूनों के खिलाफ़ अपना विरोध जताती हैं.
जारा से पहले भी कई अन्य ईरानी कलाकारों को अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए उत्पीड़न और गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा है. रैपर टूमाज सालेही को सरकार और सामाजिक मुद्दों की आलोचना करने वाले उनके गानों के लिए गिरफ्तार किया गया था, जबकि गायक शेरविन हाजीपुर को उनके गीत 'बाराये' के लिए जेल में डाला गया था.