'शर्म आती है, कब तक दूसरों का हक खाओगे...', फर्जी सर्टिफिकेट वाले अधिकारियों पर भड़क गईं IPS प्राची सिंह

IPS Prachi Singh: यूपी के सिद्धार्थ नगर जिले की एसपी प्राची सिंह के एक ट्वीट ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है. प्राची सिंह ने लिखा है कि जजो लोग फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर सर्विस में आ रहे हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए. उन्होंने यह भी लिखा है कि नौकरी करनी है तो अपने दम पर करो, कब तक दूसरों के हक का खाते रहोगे?

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इन दिनों कई प्रशासनिक अधिकारी विवादों में हैं. IAS पूजा खेडकर के दिव्यांग सर्टिफिकेट को लेकर शुरू हुआ विवाद कई दूसरे अधिकारियों को भी चपेट में ले रहा है. सोशल मीडिया पर कई अधिकारियों के नाम, उनकी रैंक और उनके कोटे को लेकर दावे किए जा रहे हैं कि उन्होंने फर्जी EWS, जाति प्रमाण पत्र या फिर दिव्यांगता सर्टिफिकेट लगाकर अपनी रैंक बढ़ाई या फिर परीक्षा क्लियर करने में गलत तरीकों का इस्तेमाल किया. अब ऐसे अधिकारियों पर IPS प्राची सिंह भड़क गई हैं.तेजतर्रार अफसरों में गिनी जाने वाली प्राची सिंह ने लिखा है कि इन लोगों पर शर्म आती है. उन्होंने यह भी लिखा है कि इस पर बुरा मानने की जरूरत है लेकिन जो सच है वो सच है.

प्राची सिंह मौजूदा वक्त में उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर जिले की एसपी हैं. अक्सर फील्ड में नजर आने वाली प्राची सिंह अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती हैं. आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को लेकर सोशल मीडिया पर मचे हंगामे में कई चर्चित अधिकारियों के नाम भी सामने आ रहे हैं. कई सोशल मीडिया यूजर्स यह भी बता रहे हैं कि फलां अधिकारी ने फर्जी सर्टिफिकेट की मदद से IAS या IPS ज्वाइन की है. खुद को दिव्यांग बताकर सर्विस में आए कई अधिकारियों के पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ऐसे में कई अधिकारियों ने अपने सोशल मीडिया हैंडल डिएक्टिवेट भी कर दिए हैं.

क्या बोलीं प्राची सिंह?

अब ऐसे ही अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए IPS प्राची सिंह ने लिखा है, 'कई UPSC कैंडिडेड EWS/PH इत्यादि का फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट बनवाकर अनुचित लाभ लेकर सर्विस में आ रहे हैं. कुछ लोग हर प्रकार से समृद्ध होने के बावजूद भी OBC क्रीमी लेयर का भरपूर फ़ायदा उठा रहे हैं. आप लोग को शर्म आनी चाहिए. नौकरी करनी है तो अपने दम पर करो,कब तक दूसरों का हक़ खाते रहोगे.' प्राची सिंह यहीं नहीं रुकीं.

 उन्होंने आगे लिखा, 'मेरे निजी विचार हैं, बुरा मानने की आवश्यकता नहीं है. बाकी जो सच है वो सच है. सरकार को गुमराह करना बंद करिए, उससे पहले तो खुद को ही गुमराह करना बंद कर दीजिए.'  बता दें कि पूजा खेडकर को लेकर शुरू हुए इस विवाद में कई चर्चित अधिकारियों के नाम सामने आए हैं. सोशल मीडिया यूजर्स मांग कर रहे हैं कि इन अधिकारियों के खिलाफ भी जांच करवाई जाए.