डाका-चोरी आज के जमाने में इतना मुश्किल काम है कि बड़े-बड़े शातिर अपराधियों की हिम्मत नहीं पड़ती. कुछ लोग शातिर अपराधी भी नहीं होते फिर भी लूट जैसी वारदात को अंजाम दे जाते हैं, वह भी दिन दहाड़े. मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक पूर्व सैनिक ने धूम सिरीज की फिल्मों की तरह चोरी की है. वह भी दिनदहाड़े. एक पूर्व सैनिक ने बैंक ही लूट लिया. बैंक लूटने के दौरान उसने खुद को ऐसे कवर किया था कि उसे ढूंढने में पुलिस के माथे पर बल पड़ गए.
पूर्व सैनिक ने ऐसी लूट मचाई कि पुलिस को ढूंढने में करीब 1,100 सीसीटीवी फुटेज खंगालने पड़े. उसे तलाशने में पुलिसकर्मियों की हालत खराब हो गई. 1,100 सीसीटीवी फुटेज को पूरी तरह से खंगालने के बात ये पता चला कि चोर आया कहां से है.
पुलिस ने फुटेज देखकर यह पता कर लिया कि वह अपनी ग्रीन बाइक से कैसे बाहर आया और चोरी की वारदात को अंजाम दिया. फुजेट में पूर्व सैनिक, मास्क और रेनकोट पहनते नजर आ रहा है. उसकी प्लानिंग ही यही थी कि कोई चेहरा न देख पाए. अगर चेहरा दिखेगा नहीं तो किसी को कुछ पता भी नहीं चलेगा.
पुलिस ने आरोपी पूर्व सैनिक के पास से 3 लाख रुपये कैश बरामद किए गए हैं. रेनकोट, ग्रीन बाइक, जूते और बंदूक पुलिस ने उसके घर से जब्द कर लिया है. इंदौर पुलिस का दावा है कि लूट के बाद शाम 4.41 पर आरोपी 16 जुलाई को अपने घर गया था. उसने लूटी गई रकम अपनी पत्नी और बेटी को दी. पुलिस संदिग्ध की तलाश में लगातार जुटी हुई थी.
मंगलवार की शाम, पंजाब नेशनल बैंक के स्कीम नंबर 54 ब्रांच पर एक शख्स मास्क लगाकर आया. उसने रेनकोट पहुंचा था. वह बैंक में घुसा और 315 बोर की बंदूक से गोली चलाई. उसने एक महिला कैशियर को धमकाया और कहा कि पैसे भर दो. कैशियर ने भरा और फरार हो गया.
बुधवार दोपहर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता ने लुटेरे का नाम अरुण कुमार सिंह बताया है. वह पूर्व सैनिक है. वह साल 1999 से लेकर 2006 तक सेना में रहा. शराब की लत और खराब सेहत की वजह से की वजह से उसे सेवा मुक्त कर दिया गया था. उसने फिर एक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर ली.
इंदौर पुलिस कमिश्नरेट की विभिन्न टीम्स ने संयुक्त कार्यवाही में 12 घण्टे में किया पंजाब नेशनल बैंक में हुई लूट का पर्दाफाश।
— Commissioner of Police,Indore (@CP_INDORE) July 17, 2024
रिटायर फौजी निकला आरोपी।आरोपी के घर से लूटे गये 03 लाख रूपये एवं घटना में प्रयुक्त 315 बोर की लायसेंसी बंदूक एवं कारतूस जब्त। pic.twitter.com/GFuAQ4RFy3
अरुण कुमार सिंह ने पहले बैंक ऑफ इंडिया के पलासिया ब्रांस पर भी काम किया था. उसे पता था कि कैसे बैंक काम करते हैं. बीते डेढ़ साल से वह गोल्ड माइन ज्वैलर्स पर काम कर रहा था. यहीं पीएनबी की एक शाखा थी, जहां उसने लूट मचाई.
वह इलाके के बारे में सबकुछ जानता था. उसे पता था कि कैसे सुरक्षा की खामियों का फायदा उठाकर लूट मचा सकते हैं. पुलिस ने उसे सीसीटीवी फुटेज खंगालकर गिरफ्तार कर लिया है. चोर के काम करने के तरीके पर हर कोई हैरान है. किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि फिल्मों जैसी डकैती डालने वाला शख्स पूर्व सैनिक हो सकता है.