सोना कितना सोना है.... लेकिन लोग पूछ रहे हैं कि सोना किसना महंगा है। दरअसल कुछ ही दिनों में त्योहारों का सीजन शुरु होने वाला है। इसमें धनतेरस व दिवाली पर खास तौर से लोग सोने की खरीदारी करना शुभ मानते हैं। इसके साथ ही शुरु हो जाएंगा शादियों का सीजन। जिसमें हर कोई सोना खरीदने के लिए अपने घर से निकलता है। लेकिन इस सोने के बढ़ते दाम अभी से ही लोगों की हालात खराब किए हुए हैं। दुनिया भर में गोल्ड के दामों ने एक बार फिर से 7वें आसमान को छू लिया है। ऐसे में लोगों के लिए सोना खरीदना काफी महंगा हो गया है।
इसी वर्ष की बात की जाए तो सोने की कीमतों में भारी इजाफा देखा गया है। लोगों को राहत देने के लिए अभी हाल फिलहाल में सोने के दाम कम हुए। लेकिन एक बार फिर से तेजी से बढ़ते सोने के दाम ने इंटरनेशनल मार्केट के साथ ही घरेलू बाजार में भी सोने के भाव को एक रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचा दिए हैं। बीते सप्ताह 26 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 2685.42 डॉलर प्रति आउंस पर जा पहुंचा, जबकि घरेलू बाजार में एमसीएक्स पर सोने का रेट 75,750 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गया। इंटरनेशनल मार्केट में इस वर्ष सोने ने चमक बढ़ाते हुए 30 प्रतिशत की वृद्धि की।
लेकिन इंटरनेशनल मार्केट में सोने के भाव के साथ ही इसकी डिमांड भी काफी ज्यादा बड़ गई है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में सोने के भाव और भी ज्यादा ऊंचाई को छुने वाले हैं। ऐसे में अब कई लोगों के मन में यह सवाल भी उठने लाजमी है कि क्या सोने की कीमतें और बढ़ेंगी? क्या इस साल सोना 1 लाख रुपये के पार जाने वाला है?
बीते एक सप्ताह पूर्व की बात कि जाए तो सोने की कीमत में (Gold Rate In India) 1,547 रुपए का इजाफा हुआ है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के मुताबिक 21 सितंबर को सोने का भाव 74,093 रुपए प्रति 10 ग्राम था, जो 28 सितंबर को 75,640 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
बीते 1 साल की बात करें तो IBJA की वेबसाइट के मुताबिक,- इस वर्ष में अभी तक सोना 12,288 रुपए तक पहुंचा। 1 जनवरी 2024 को सोना 63,352 रुपए रहा। जो अब 75,640 रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा पहुंचा है।
सोने की कीमतों हो रहे इजाफे का एक कारण यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौती मानी जा रही है। इस कटौती के कारण डॉलर कमजोर हुआ है। जिसकी वजह से सोने के भाव में वृद्धि होना लाजमी है। पिछले कुछ महीनों से दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की लगातार खरीदारी की जा रही है। इसके अलावा मीडिल इस्ट में युद्ध के हालात, इजराइल और लेबनान के बीच तनाव, व वैश्विक अस्थिरता और सेफ-हेवन डिमांड बढ़ने से सोने की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है।