एक बार फिर रेल हादसा हुआ है. एक बार फिर दो ट्रेनें आपस में टकराई हैं. एक बार फिर लोगों की जान गई है और एक बार फिर रेलमंत्री के इस्तीफे की मांग होने लगी है. मौजूदा रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को शपथ लिए अभी 10 दिन भी नहीं हुए हैं कि पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रेल हादसा हो गया है. कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर में कई लोगों की जान जाने के बाद सोशल मीडिया पर रेलमंत्री के इस्तीफे की मांग होने लगी है. इसी के साथ एक बार फिर से नीतीश कुमार चर्चा में हैं. 25 साल पुराना नीतीश कुमार का वह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने रेल हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए रेलमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.
इस बार दार्जिलिंग में भीषण रेल हादसा हुआ है. कंचनजंगा एक्सप्रेस के पीछे से एक मालगाड़ी टकराई है जिससे उसके तीन कोच बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इस हादसे में अभी तक 9 लोगों की मौत हुई है और आशंका जताई जा रही है कि यह संख्या बढ़ भी सकती है. कई दर्जन लोग बुरी तरह घायल हुए हैं और कई कोच पटरी से उतर गए हैं. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव खुद घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं. घटनास्थल पर तमाम एजेंसियों के लोग मौजूद हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
There was a time when Nitish Kumar resigned from taking responsibility for train accidents.
— Ashish 𝕏|.... (@Ashishtoots) June 17, 2024
Today, 5 people have died & several got injured in the accident,
Nitish Kumar is supporting the govt & failed Railway Minister.
Will he withdraw support from the govt? #TrainAccident pic.twitter.com/oYtwvUh4cU
बात बालासोर के रेल हादसे की हो या फिर अब दार्जिलिंग हादसे की. हर बार नीतीश कुमार चर्चा में जरूर आते हैं. दरअसल, ऐसे ही एक रेल हादसे के बाद नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. तब नीतीश कुमार ने कहा था, 'मेरा मानना है कि यह पूरी तरह से रेलवे का फेलियर है. इसीलिए मैंने इसे स्वीकार किया है. यह चूक है और यह सिर्फ चूक ही नहीं आपराधिक लापरवाही है. इसीलिए हम इसकी जिम्मेदारी लेते हैं और हमने इसीलिए इस्तीफा दिया है.' तब नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि सुरक्षा को सबसे ज्यादा प्राथमिकता मिलनी चाहिए.
बात साल 1999 की है. केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार थी. पश्चिम बंगाल के गाइसाल रेलवे स्टेशन पर भीषण रेल हादसा हुआ. 2 अगस्त 1999 की रात में पौने दो बजे अवध-असम एक्सप्रेस और ब्रह्मपुत्र मेल की टक्कर हुई. बोगियां उछलीं, एक-दूसरे के ऊपर गिरीं और विस्फोट के बाद आग लग गई. इस हादसे में 300 से ज्यादा लोग मारे गए और 600 से ज्यादा घायल हो गए. रेलमंत्री रहे नीतीश कुमार गाइसाल पहुंचे तो उन्हें जनता का विरोध झेलना पड़ा.
नीतीश कुमार ने इस हादसे की जिम्मेदारी ली और रेलमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. पहले तो अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें मनाया लेकिन फिर उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया.