प्रेम में एक 70 बर्षीय आशिक को जेल में जाना पड़ा. उसे एक 17 साल की लड़की से प्यार हुआ, दोनों ने शादी की चार बच्चे भी हुए, लेकिन एक गलती ने प्रेमी को जेल पहुंचा दिया. अब उसकी प्रेमिका भी इस दुनिया में नहीं रही जो उसे बचा सके.
दरअसल, 40 साल पुराना एक मामला अब 70 वर्षीय दाऊद बंदू खान पर मुसीबतों का पहाड़ लेकर आया है. दाऊद बंदू खान का 1984 में 17 साल के नाबालिर लड़की से प्यार हो गया था. लड़की मां ने उसपर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, लेकिन लड़की ने दाऊद बंदू खान का साथ दिया और बालिग होते ही उससे शादी कर ली. हालांकि यौन उत्पीड़न मामले में सुलह नहीं की और आगरा चला गया.
दाऊद बंदू खान ने कोर्ट को अपनी शादी के बारे में भी जानकारी नहीं दी. अब इस मामले में मुंबई पुलिस ने दाऊद को गिरफ्तार कर लिया है. उसे पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर दिया था. अब आरोपी की पत्नी और सास भी इस दुनिया में नहीं है. ऐसे में उसकी शिकायत वापस लेने वाला कोई नहीं है और अब उसे यौन उत्पीड़न के मुकदमे से गुजरना होगा.
पुलिस ने कहा कि साल 1984 में दाऊद खान ने 17 साल की लड़की से शादी की थी. दोनों मुंबई के गिरगांव वीपी रोड इलाके में आसपास रहते थे. दाऊद सोना पिघलाने का काम करता था. उसकी उम्र उस समय 30 साल की थी. हालांकि लड़की की मां को रिश्ते से एतजार था. उसने संबंध के खिलाफ पुलिस शिकायत की थी और उसपर अपहरण और बलात्कार का आरोप लगाया था. दोनों के पहले बच्चे का जन्म यहीं हुआ. उसके बाद वे बिना किसी को बताए आगरा चले गए.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आगरा शिफ्ट होने से पहले दोनों (खान और उसकी प्रेमिका पत्नी) को पुलिस और अदालत को सूचित करना चाहिए था कि मामला सुलझ गया है और उन्होंने एक-दूसरे से शादी कर ली है. मगर उस दौरान दाऊद खान ने मान लिया कि चूंकि उसने अब प्रेमिका (मामले में पीड़िता) से शादी कर ली है, इसलिए मामला खत्म हो गया है. वह अदालत के सामने पेश नहीं होता था, जब वह बार-बार ऐसा करता रहा तो अदालत ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया और उस भगौड़ा घोषित कर दिया. जब पुलिस ने दाऊद खान की खोजबीन शुरू की तो पता चला कि उसकी सास की मौत हो गई और उसका ठिकाना बताने वाला कोई नहीं है.
इस मामले में मुंबई पुलिस ने जांच शुरू की और अपने स्तर से उनके ठिकाने पर छापे मारे. पुलिस के पास पुराना पता तो था, लेकिन उसका नया पता नहीं था. फिर इलाके के कुछ वरिष्ठ नागरिकों से उसके बारे में पूछताछ की गई एक शेफ से पता चला कि दाऊद आगरा में रह रहा है और अपने बेटे की शादी में उसे बुलाया था. पुलिस शेफ से मिले पते के आधार पर आगरा गई और दाऊद को गिरफ्तार कर मुंबई ले आई. पूछताछ के दौरान दाऊद खान ने दावा किया कि उसे लगा कि पीड़िता से शादी करने के बाद मामला बंद हो गया होगा. पुलिस ने कहा कि दाऊद ने यह भी बताया कि उनकी पत्नी की मौत 2011 में हो गई. फिलहाल, दाऊध खान को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और वह जेल में बंद हैं.