बिहार में 'बहार बा'! इस रेलवे फाटक को बंद करने और खोलने के लिए रोकने पड़ती है ट्रेन...ड्राइवर-गार्ड करते हैं ये काम, देखें वीडियो

Siwan News: बिहार के सिवान जिले में इस रेलवे फाटक को ट्रेन आने से पहले बंद करने के लिए और फिर ट्रेन के जाने के बाद इसे खोलने के लिए कई गेटमैन नहीं है. इस फाटक को खोलने के लिए खुद ट्रेन के ड्राइवर या गार्ड को फाटक से कुछ दूर पहले रोककर आना होता है

Purushottam Kumar

नई दिल्ली: भारतीय रेल आए दिन एक नया कीर्तिमान हासिल कर रहा है लेकिन वहीं दूसरी तरफ कई बार ऐसी तस्वीर सामने आ जाती है जो यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या सच में रेलवे आज सही ढंग से आधुनिक हो चुका है. बिहार के सिवान जिले में एक ऐसा रेलवे फाटक है जिसके बारे में जानकर आप भी अचंभित रहे जाएंगे. दरअसल, इस रेलवे फाटक को बंद करने और खोलने के लिए खुद ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड को आगे आना होता है. आइए आपको बताते है क्या है ये पूरा मामला.

बिहार के सिवान का है मामला
बिहार के सीवान जिले में इस फाटक को ट्रेन आने से पहले बंद करने के लिए और फिर ट्रेन के जाने के बाद इसे खोलने के लिए कई गेटमैन नहीं है. इस फाटक को खोलने के लिए खुद ट्रेन के ड्राइवर या गार्ड को फाटक से कुछ दूर पहले रोककर आना होता है. आपको बता दें यह रेलवे फाटक महराजगंज अनुमंडल के रामापाली रेलवे क्रॉसिंग है. जहां से ट्रेन को लेकर गुजरने से पहले ड्राइवर को फाटक से पहले ट्रेन रोककर क्रॉसिंग का फाटक बंद करना होता है और फिर क्रॉसिंग से ट्रेन को पार करने के बाद एक बार फिर ट्रेन को रोककर फाटक का गेट खोलना पड़ता है.
 

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कई सालों से है समस्या
महाराजगंज-मसरख रेलखंड पर स्थित यह फाटक सिंगल लाइन है और इस रूट से काफी कम ट्रेनों का आवागमन होता है. ट्रेनों की संख्या कम होने की वजह से शायद इस रेलवे फाटक पर गार्ड की तैनाती नहीं की गई है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां बीते कई सालों से ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड ही इस फाटक को बंद बंद करते हैं और खोलते हैं. 

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