Viral News: आज के समय में भारत के लोगों के लिए विदेश जाकर सेटल होना एक फैशन बन चुका है. लेकिन सच्चाई बिल्कुल उलट है. लोगों को लगता है कि विदेश जाकर वह एक अच्छी लाइफ जी लेंगे. लेकिन ऐसा सिर्फ कुछ प्रतिशत लोगों के साथ ही होता है. रोजगार के अवसर, महिला सुरक्षा, और बेहतर जीवनशैली की उम्मीद में लोग अक्सर विदेशों में बसने का सपना देखते हैं. हालांकि, क्या वाकई इन देशों में हर चीज वैसी होती है जैसी कि हम सोचते हैं? दिल्ली के एक युवक ने सोशल मीडिया पर अपनी दर्दभरी कहानी शेयर की है. वह बताता है कि उसे पछतावा है कि वह दिल्ली से कनाडा शिफ्ट हुआ. ये पश्चिमी देश सिर्फ भ्रम बेचते हैं.
दिल्ली के एक व्यक्ति ने Reddit पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उसने कनाडा में अपने अनुभवों को साझा किया और बताया कि क्यों वह अब पछता रहा गै कि उसने विदेश जाने का डिसजीन लिया. पोस्ट उसने कहा कि यहां की डिग्रियां बेकार हैं, वर्क-लाइफ बैलेंस का कहीं कोई अस्तित्व नहीं है. और इसे एक "स्कैम" कहा गया. उसने बताया कि जब वह कनाडा पहुंचे तो यह महसूस हुआ कि जो चीजें यहां की सरकार और कॉलेजों ने दिखाईं, वे महज एक भ्रम था.
I regret moving to Canada
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उसने अपनी पोस्ट में कहा, "मैं कनाडा आने से पछता रहा हूं. यहां हर दिन मैं भारतीयों को विदेश जाने का सपना देखता हुआ देखता हूं, यह सोचकर कि यहां बेहतर अवसर हैं. लेकिन असलियत कुछ और है. सरकार और कॉलेजों ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को एक व्यापार बना दिया है, और जब आप यहां पहुंचते हैं तो आपको यह एहसास होता है कि आप ठगे गए हैं."
पोस्ट में इस युवक ने भारत में रहने के फायदों गिनाए. उसका कहना था कि भारत तेजी से विकास कर रहा है और यहां के अवसर भी बढ़ रहे हैं. यदि आप समझदारी से काम करें, तो बिना मानसिक तनाव, परिवार से दूर हुए और बिना सआप भारत में भी अच्छा जीवन बना सकते हैं.
उसने आगे कहा, "भारत में रुकने से आपको अपने देश में खुद को और अपने भविष्य को बेहतर बनाने का अवसर मिलेगा. पश्चिम आपको केवल एक भ्रम दिखाता है. यहां आकर आपको पता चलता है कि आप जिस बात को सही मानते थे, वह सिर्फ एक धोखा था."
पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- "अगर आप कोई स्कैम महसूस करते हैं तो कनाडा में भी वही होगा. लेकिन यह पूरी तरह से आपकी रिसर्च और तैयारी पर निर्भर करता है कि आप यहां कैसे बसते हैं." एक अन्य व्यक्ति ने कहा, "मैं 2008 में सिडनी, ऑस्ट्रेलिया आया था, मुझे आज भी अपने निर्णय पर कोई अफसोस नहीं है. संघर्ष तो हर जगह होता है, लेकिन उम्मीद और मेहनत से काम बनता है."