इंदिरा गांधी इंटनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport) पर दिल्ली से दरभंगा जा रहे स्पाइस जेट की फ्लाइट में यात्रियों की जान पर आफत आ गई. आमतौर पर लोग ये सोचकर चलते हैं कि फ्लाइट में जा रहे हैं तो उन्हें एसी मिलेगा लेकिन इसका ठीक उल्टा हुआ है. एयरपोर्ट पर यात्रियों को कड़ी धूप में बिना एसी के एक घंटे तक रहना पड़ा है. फ्लाइट का हाल किसी टेंपो की तरह नजर आया है. यात्री हाथ से हवा झलते नजर आ रहे हैं. इस लापरवाही पर हर किसी ने सिर पीट लिया है. जहां दिल्ली का तापमान 42 डिग्री पार है, कड़ी धूप में फ्लाइट SG 476 में यात्रियों को बिना एसी में बैठने के लिए मजबूर किया गया है.
फ्लाइट में बैठे यात्री पंखा झलते नजर आए. पसीने में बुरी तरह भीगे, हाथ से पंखा झलते उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. लोग लिख रहे हैं कि ऐसा हीटवेव और हीट स्ट्रोक के इस दौर में कोई यात्रियों के साथ ऐसा खिलवाड़ कैसे कर सकता है. अगर उन्हें धूप की वजह से कुछ हो जाता तो क्या होता. कुछ लोग कह रहे हैं कि ये फ्लाइट नहीं टेंपो है. ऐसी फ्लाइट से भगवान बचाएं.
फ्लाइट में सवार ज्यादा यात्रियों की तबीयत खराब होने लगी. भीषण गर्मी में उनका फ्लाइट में बैठे रह पाना मुश्किल हो रहा था. स्पाइसजेट के एक यात्री रोहन कुमार ने कहा, 'मैं स्पाइसजेट से दिल्ली से दरभंगा जा रहा था. दिल्ली एयरपोर्ट पर चेक-इन के बाद, उन्होंने एक घंटे तक एसी चालू नहीं की. फ्लाइट के अंदर का तापमान 40 डिग्री था. यात्री परेशान थे. जब फ्लाइट ने उड़ान भरी, तब एसी चालू किया गया.'
#WATCH | SpiceJet passengers travelling from Delhi to Darbhanga (SG 476) had to wait inside an aircraft without air conditioning (AC) for over an hour amid the ongoing heatwave, with several feeling unwell. pic.twitter.com/cIj2Uu1SQT
— ANI (@ANI) June 19, 2024
#WATCH | A SpiceJet passenger, Rohan Kumar says, "I was travelling from Delhi to Darbhanga (SG 476) from SpiceJet. At the Delhi airport after the check-in, they did not switch on the air-conditioning (AC) for an hour. The temperature inside (flight) was 40 degrees. The passengers… https://t.co/Ez797ogxcX pic.twitter.com/PMs7OVPk6S
— ANI (@ANI) June 19, 2024
क्या कह रहे हैं लोग?
हिमांशु जैन नाम के एक यूजर ने लिखा कि ऐसा कई डोमेस्टिक फ्लाइट्स के साथ हो रहा है. हवाई यात्रा इन दिनों बढ़ गई है. तन्मय नाम के एक यूजर ने लिखा कि ट्रेन बर्बार कर चुके हैं. अब प्लेन भी करेंगे. नो प्रॉब्लम सब घर बैठ जाओ, देश हित में. संजय साहू नाम के एक यूजर ने लिखा कि अगर हवा में ये हाल है तो पैसे देने के बाद आगे क्या हाल होने वाले हैं. पेड़ लगाओ, पानी दो और खुशहाली तो. रोहिनी ठाकुर नाम की एक युजर ने लिखा, शायद अधिकारियों को मालूम नहीं है कि कैसे पर्यावरण कार्डियक अरेस्ट की घटनाओं को बढ़ा रहा है. बिट्टू शर्मा नाम के एक शख्स ने लिखा कि ये फ्लाइट है या पॉवर कट लगने वाला कोई मोहल्ला. एक यूजर ने लिखा जस्ट बिहार थिंग्स.