Delhi CM Atishi Viral Video: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी एक बार फिर विवादों में आ गई हैं. विजयादशमी के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उनके द्वारा दिए गए बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस वीडियो में उन्होंने कथित तौर पर कहा, "असत्य की जीत होकर रहेगी और अन्याय की जीत होकर रहेगी." इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें घेरने का प्रयास किया है और इसे हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाला बताया है.
वीडियो में, आतिशी सियाराम का जयकारा लगाते हुए दिखाई देती हैं, जिसमें उनकी उक्त बातें स्पष्ट हैं. भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस वीडियो को साझा करते हुए आरोप लगाया कि आतिशी का बयान उनकी 'दूषित मानसिकता' का परिचायक है. उन्होंने कहा, "एक तरफ तो पूरी दिल्ली पहले से ही आम आदमी पार्टी (AAP) के विधर्मी और भ्रष्टाचारी चरित्र से परिचित है और दूसरी तरफ खड़ाऊं मुख्यमंत्री आतिशी का यह कहना कि 'असत्य की जीत होकर रहेगी और अन्याय की जीत होकर रहेगी' न केवल उनकी सोच का प्रदर्शन है, बल्कि यह हिंदू जनभावनाओं को आहत करने का प्रयास भी है."
भाजपा नेताओं ने इसे गंभीरता से लेते हुए आतिशी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है. वीरेंद्र सचदेवा ने यह भी कहा कि ऐसे विचारों के कारण दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी और आतिशी को सत्ता से बेदखल करने का मन बना लिया है.
आतिशी का यह बयान न केवल राजनीति में गर्मागर्म बहस का कारण बना है, बल्कि यह दिल्ली के राजनीतिक माहौल को भी प्रभावित कर रहा है. उनकी पार्टी AAP ने अभी तक इस विवाद पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस मुद्दे को कैसे संभालते हैं.
आज विजयादशमी है; और पूरा देश असत्य व अन्याय पर सत्य एवं न्याय की जीत का उत्सव मना रहा है।
— Virendraa Sachdeva (@Virend_Sachdeva) October 12, 2024
एक तरफ़ तो पूरी दिल्ली पहले से ही AAP के विधर्मी और भ्रष्टाचारी चरित्र से परिचित है और दूसरी तरफ खड़ाऊँ मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना@AtishiAAP
का यह कहना “असत्य की जीत होकर रहेगी और अन्याय… pic.twitter.com/NWnyjeCpD5
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजनीतिक बयानबाजी कभी-कभी कितना संवेदनशील हो सकता है, खासकर जब वह धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों से जुड़ा हो. आम आदमी पार्टी को अब इस विवाद को संभालने और अपनी छवि को सुधारने के लिए प्रयास करने होंगे, ताकि दिल्ली की जनता का विश्वास बनाए रखा जा सके.
दिल्ली में चल रहे राजनीतिक परिदृश्य में यह विवाद एक नया मोड़ ला सकता है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते हैं, राजनीतिक दलों के बीच की बयानबाजी और भी तीव्र होती जाएगी, और ऐसे में आतिशी का बयान एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है. इस प्रकार के बयानों से न केवल राजनीतिक लड़ाई बढ़ती है, बल्कि समाज में भी विभाजन की भावना को जन्म देती है.