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Video: रॉकेट की तरह आई कार, स्कूली छात्रों को उड़ाया, 9 गंभीर रूप से घायल

यह दर्दनाक घटना निगम रोड स्थित राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज के पास उस समय हुई, जब स्कूल की छुट्टी होने के बाद छात्र-छात्राएं अपने घरों की ओर जा रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर के समय स्कूल के बाहर भीड़ थी, और बच्चे सड़क पार कर रहे थे.

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Edited By: Gyanendra Sharma
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Courtesy: Social Media

देहरादून जिले के विकासनगर-सेलाकुई क्षेत्र में बुधवार, 23 अप्रैल 2025 को दोपहर एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ. देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग से निगम रोड की ओर आ रही एक तेज रफ्तार कार ने स्कूल से घर लौट रहे छात्र-छात्राओं को कुचल दिया. इस भीषण हादसे में 7 स्कूली छात्र-छात्राएं, एक राहगीर युवती और कार चालक घायल हो गए. घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है, और सभी का इलाज नजदीकी अस्पतालों में चल रहा है. पुलिस ने कार चालक को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.

यह दर्दनाक घटना निगम रोड स्थित राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज के पास उस समय हुई, जब स्कूल की छुट्टी होने के बाद छात्र-छात्राएं अपने घरों की ओर जा रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर के समय स्कूल के बाहर भीड़ थी, और बच्चे सड़क पार कर रहे थे. तभी देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग से तेज गति से आ रही एक कार अनियंत्रित हो गई और स्कूली बच्चों को टक्कर मार दी. कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसने न केवल बच्चों को कुचला, बल्कि सड़क पर खड़े तीन अन्य वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई, और आसपास के लोग तुरंत घायलों की मदद के लिए दौड़े.

हादसे में कुल 9 लोग घायल हुए, जिनमें 7 स्कूली छात्र-छात्राएं, एक राहगीर युवती और कार चालक शामिल हैं. घायलों को तुरंत धूलकोट और जागरण के अस्पतालों में भर्ती कराया गया. तीन छात्र-छात्राओं की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है. स्थानीय लोगों और पुलिस की तत्परता से घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाया गया. 

देहरादून में तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण सड़क हादसे कोई नई बात नहीं हैं. हाल के महीनों में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें मासूमों की जान गई है. उदाहरण के लिए, नवंबर 2024 में ओएनजीसी चौक पर एक तेज रफ्तार इनोवा कार के ट्रक से टकराने से 6 छात्रों की मौत हो गई थी. इन हादसों ने सड़क सुरक्षा और पुलिस की रात्रि चेकिंग व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.