Viral video: आईआईटी बॉम्बे के कैंपस में दिखा मगरमच्छ, तो छात्रों ने ले ली चुटकी, बोले- इंजीनियर बनने आया है
मुंबई के आईआईटी बॉम्बे के पवई कैंपस में एक हैरान करने वाला नजारा देखने को मिला है. यहां झील के किनारे बनी सड़क पर एक विशालकाय मगरमच्छ घूमता हुए देखा गया. इस घटना ने वहां मौजूद लोगों को चौंका दिया.मगरमच्छ को देखते ही वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई.

Crocodile seen in IIT Bombay Pawai campus: मुंबई के आईआईटी बॉम्बे के पवई कैंपस में एक हैरान करने वाला नजारा देखने को मिला है. यहां झील के किनारे बनी सड़क पर एक विशालकाय मगरमच्छ घूमता हुए देखा गया. इस घटना ने वहां मौजूद लोगों को चौंका दिया.मगरमच्छ को देखते ही वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई.
एक पशु बचावकर्ता ने बताया कि, ये मगरमच्छ पवई झील से निकला होगा जो की रविवार देर रात सड़क पर आराम करते हुए देखा गया.
मगरमच्छ का मानव क्षेत्र में आना असामान्य
रेस्क्यू टीम ने स्पष्ट किया कि मगरमच्छ आमतौर पर झील तक ही सीमित रहते हैं और मानव आबादी वाले इलाकों में प्रवेश करने से परहेज करते हैं. इस तरह का नज़ारे बहुत कम देखने को मिलते हैं.
रेसक्विंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर (RAWW) के संस्थापक और मानद वन्यजीव वार्डन पवन शर्मा ने बताया कि, 'यह संभवत एक मादा मगरमच्छ थी, जो अंडे देने के लिए जगह की तलाश में थी. उन्होंने कहा, "वो अपने आप ही झील में वापस चला गया." इस दौरान स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि मगरमच्छ को कोई नुकसान न पहुंचे.
मुलुंड में भी दिखा था ऐसा नजारा
यह पहली बार नहीं है जब मुंबई में मगरमच्छ मानव बस्तियों के करीब पहुंचा हो. इससे पहले मुलुंड की निर्मल लाइफस्टाइल हाउसिंग सोसाइटी में एक नौ फुट लंबा मगरमच्छ देखा गया था. वन्यजीव कल्याण समूह के मुताबिक, मगरमच्छ रविवार सुबह सोसाइटी के अंदर घुस आया था. RAWW और वन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से बचाव अभियान चलाया था. शर्मा ने बताया कि मादा भारतीय मार्श मगरमच्छ को सुबह करीब 6:30 बजे सुरक्षित बचा लिया गया.
मगरमच्छ की सेहत की जांच और रिहाई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, RAWW से जुड़ी पशु चिकित्सक डॉ. प्रीति साठे और डॉ. कीर्ति साठे ने मगरमच्छ की मेडिकल जांच की. स्वस्थ पाए जाने के बाद इसे इसके प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ दिया गया. ठाणे प्रादेशिक विंग की मुंबई रेंज स्थिति पर नजर रख रही है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. अधिकारियों ने उन क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी है, जहां मगरमच्छ आमतौर पर दिखाई देते हैं.