नई दिल्ली: पंजाब के गुरदासपुर के सीमावर्ती शहर ध्यानपुर में जनरल स्टोर चलाने वाले दो भाइयों करण और सलविंदर ने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक धार्मिक यात्रा उन्हें करोड़पति बना देगी। दोनों अपने परिवार के साथ हिमाचल प्रदेश के गुरुद्वारा श्री मणिकरण साहिब की तीर्थयात्रा पर गए थे। लौटते समय उन्होंने पठानकोट से लॉटरी का टिकट खरीदा। बाद में जो हुआ वो किसी सपने के सच होने जैसा था।
लॉटरी विजेता करण ने बताया, "हमारी मां ने हमसे कहा कि हमें बाबा साहब के दर्शन करने चाहिए और वहां से वापस आते समय हम पठानकोट के पास रुके और मेरे बच्चों ने मुझसे लॉटरी टिकट खरीदने के लिए कहा। मैंने लॉटरी का टिकट खरीदा और कुछ दिनों के बाद मुझे पठानकोट से फोन आया कि मैं जीत गया हूं। पहले तो मुझे यकीन नहीं हुआ, लेकिन जब दोबारा फोन आया तो यकीन करना पड़ा।"
सलविंदर ने कॉलेज के दिनों से ही हर लॉटरी टिकट खरीदा है, लेकिन कभी कोई बड़ी जीत नहीं हासिल की। इसलिए ढाई करोड़ रुपये की लॉटरी निकलने को वो ऊपर वाले की कृपा मानते हैं।